देवरिया : बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय महिला लॉन बॉल्स टीम ने नया इतिहास रच दिया है। भारतीय महिला टीम ने इस खेल में भारत को पहला कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडल जिताया है। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को करारी मात देने के बाद अब भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम करके देश का नाम रोशन किया है। भारत ने इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में लॉन बॉल में एक भी पदक नहीं जीता था।
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में मंगलवार को महिला लॉन बॉल्स फाइनल इवेंट में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीकी महिला लॉन बॉल्स टीम के खिलाफ 17-10 से विशाल जीत दर्ज करते हुए ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। भारत का बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में 2022 में यह चौथा स्वर्ण और कुल 10वां पदक था।
भारतीय महिला लॉन बॉल्स टीम में लवली चौबे (लीड), पिंकी (सेकेंड), नयनमनी सैकिया (थर्ड) और रूपा रानी (स्किप) ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को यादगार स्वर्णिम सफलता दिलाई।
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स के पांचवें दिन बेहतर प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम ने कुल चार पदक अपने नाम किए। इसी के साथ मेडल टैली में भारत के कुल 13 पदक हो गए हैं। पांचवें दिन लॉन बॉल और टेबल टेनिस में गोल्ड, वेटलिफ्टिंग और मिक्स्ड बैडमिंटन में सिल्वर मेडल के साथ भारत ने 5वें दिन कुल चार पदक अपने नाम किये। अब तक 13 पदकों के साथ भारत मेडल टैली में 6वें स्थान पर ही बना हुआ है।