देवरिया : बर्मिघम में जारी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सुशीला देवी और विजय कुमार यादव ने भारत को जूडो में रजत और कांस्य मेडल दिलाया है। इस जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जूडो खिलाड़ी सुशीला देवी और विजय कुमार यादव को बधाई दी है। सुशीला देवी ने जुडो स्पर्धा में महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग में सोमवार को सिल्वर मेडल जीता। जबकि विजय कुमार यादव ने पुरुषों के 60 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडन अपने नाम किया है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”सुशीला देवी के शानदार प्रदर्शन से हर्षित हूं। रजत पदक जीतने पर उन्हें बधाई। उन्होंने बेहतरीन कौशल का प्रदर्शन किया। भविष्य के लिये शुभकामना।’ वहीं उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा,” विजय कुमार यादव ने राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य जीतकर देश को गौरवान्वित किया है। उनकी सफलता भारत में खेलों के भविष्य के लिये अच्छी है। वह आगे भी ऐसे ही सफलता की नयी ऊंचाइयों को छूते रहें।’
सुशीला देवी और दक्षिण अफ्रीका की दक्षिण अफ्रीका की मिकेला व्हाइटबूई के बीच फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक हुआ। दोनों जुडोकाओं ने एक-दूसरे को हावी हेने का कोई मौका नहीं दिया। आखिरी व्हसिल तक दोनों के बीच जोरदार भिड़ंत हुई और नियमित समय तक दोनों जुडोकाओं को अंक नहीं मिले। इसके बाद गोल्डन स्कोर पीरियड में मुकाबला गया, जहां दक्षिण अफ्रीका की मिकेला व्हाइटबूई ने गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने सुशीला देवी के कंधे मैट पर टच कराए, जिससे अंक जीतने में सफल रहीं।
सुशीला ने महिलाओं के 48 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में मॉरिशस की प्रिसकिला मोरांड को मात दी थी। मणिपुर की 27 साल की जुडोका ने मोरांड को ‘इप्पों’ के सहारे शिकस्त दी थी। इप्पों ऐसा दांव है, जहां प्रतियोगी अपने विरोधी को मैट पर दम और गति के साथ गिराता है ताकि विरोधी अपनी पीठ के बल पर गिरे। इप्पों तब भी दिया जाता है जब प्रतियोगी अपने विराधी को पकड़कर नीचे 20 सेकेंड तक गिराए रखे या फिर विरोधी हार मान ले।
मणिपुर पुलिस के साथ सब-इंस्पेक्टर सुशीला ने दिन की शुरूआत में मालावी की हैरियत बोनफेस को मात देकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की थी। बता दें कि सुशीला देवी ने 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता था। उन्होंने 2015 में जूनियर एशियाई चैंपियनशिप्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।



