देवरिया : फीफा विश्वकप 2022 में अब तक कई विवाद सामने आए हैं। इस बीच ट्यूनीशिया और फ्रांस के बीच खेले गए मैच को लेकर बड़ा विवाद हुआ है। इस मुकाबले में फ्रांस के लिए एंटोनी ग्रीजमैन ने एक गोल किया था। उन्होंने स्टॉपेज टाइम के आठवें और अंतिम मिनट में ग्राउंडेड शॉट से गोल किया। लेकिन इसे वीडियो असिस्टेंट रेफरी ने खारिज कर दिया। अब इस गोल लेकर विवाद बढ़ गया है। फ्रांस फुटबॉल महासंघ ने इस गोल लेकर फीफा से आधिकारिक शिकायत दर्ज करवाई है।
ट्यूनीशिया पर फ्रांस का आक्रमण
फ्रांस और ट्यूनीशिया के बीच विवाद बहुत पूराना है। अगर हम इतिहास की बात करें तो साल 1881 का था, जब फ्रांस की फौज ने ट्यूनीशिया पर हमला कर दिया था। 1869 में आर्थिक रूप से दिवालिया घोषित हो चुके ट्यूनीशिया के पास युद्ध लड़ने का कोई रास्ता न था। फ्रांस के आक्रमण का कोई माकूल जवाब न होने की वजह से ट्यूनीशिया के शासक मुहम्मद अस सादिक ने एक ट्रीटी के जरिए ट्यूनीशिया को फ्रांस के हवाले कर दिया। ट्यूनीशिया ने अपनी आजादी के लिए बड़ा संघर्ष किया और आखिर उसे दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद आजादी का सूरज देखने को मिला।
फुटबॉल वर्ल्ड कप में फ्रांस और ट्यूनीशिया
फ्रांस और ट्यूनीशिया के बीच राजनीतिक हालात अब काफी बेहतर हैं लेकिन खेल के मैदान पर जब इन दोनों देशों का मुकबला होता है तो माहौल बिलकुल वैसा होता है जैसा अपने यहां क्रिकेट में भारत और पाकिस्तान के मैच का होता है। कुछ यही हुआ जब कतर में चल रहे फुटबॉल वर्ल्ड कप के ग्रुप लीग मैच में फ्रांस और ट्यूनीशिया की टीमें आमने-सामने आई। इस मैच के नतीजे से यूं तो फ्रांस की ग्रुप स्टैंडिंग पर कोई फर्क नहीं पड़ा, लेकिन ट्यूनीशिया की जीत उसे आगे बढ़ने का मौका दे सकती थी लेकिन उसके लिए एक शर्त थी कि डेनमार्क अपने मैच में ऑस्ट्रेलिया को हरा दे।
ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क का मैच
ट्यूनीशिया और फ्रांस का मैच और ऑस्ट्रेलिया-डेनमार्क का मैच दोनों एक समय पर चल रहा था। बात अगर फ्रांस और ट्यूनीशिया के मैच की करें तो पहले हाफ में मुकाबला बराबरी पर था। किसी टीम ने कोई गोल नहीं किया था। दूसरे हाफ में ट्यूनीशिया ने गोल कर दिया और उसको निर्णायक बढ़त मिल गई। वहीं, दूसरी तरफ खबर आयी कि ऑस्ट्रेलिया ने भी डेनमार्क के खिलाफ़ गोल कर दिया है। एक समय ऐसा भी आया जब ट्यूनीशिया के फैंस और ग्राउंड स्टाफ अपने मोबाइल पर ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क का मैच देख रहे थे, हालांकि वो मैच पूरा हो गया और ऑस्ट्रेलिया अगले राउंड में पहुंच गया।
ट्यूनीशिया के फैंस मायूस
अब इस मैच से वर्ल्ड कप की स्टैंडिंग पर कुछ फर्क नहीं पड़ना था। अब अगर ट्यूनीशिया जीत भी जाती है तो भी वो अगले राउंड में नहीं पहुंच पाएगी। मैच का टाइम पूरा होने पर आठ मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया था। एक समय ऐसा लगा कि ट्यूनीशिया ये मैच जीत जाएगी, तभी फ्रांस ने आखिरी सेकंड्स में गोल कर दिया। ट्यूनीशिया के फैंस मायूस हो गए। ट्यूनीशिया के खिलाड़ियों ने VAR की अपील की जिसे रेफरी ने मान लिया।
गोल को ऑफ साइड करार
VAR में इस गोल को ऑफ साइड करार दे दिया गया, जिसके बाद स्कोर लाइन फिर 1-0 हो गई और ट्यूनीशिया के फैंस झूम उठे। हालांकि इस जीत के बाद भी ट्यूनीशिया अगले राउंड में नहीं पहुंच सकी लेकिन फ्रांस पर जीत ने उसे अपने ऊपर हुए शोषण के खिलाफ जीत का स्वाद दिया।
गौरतलब है कि फ्रांस ने राउंड ऑफ 16 में जगह बना ली है। इसमें उसका रविवार को पोलैंड से मुकाबला होगा। रविवार को अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया के बीच भी मैच खेला जाएगा। इन टीमें के साथ-साथ इंग्लैंड और सेनेगल ने भी राउंड ऑफ 16 में जगह बना ली है। जबकि जापान और कोएशिया की टीमें सोमवार को मैच खेलेंगी।