देवरिया । क्रिकेट मैच की कई पारियों में अर्धशतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर अपने जीवन में आज सबसे महत्त्वपूर्ण फिफ्टी लगा चुके हैं। सोमवार 24 अप्रैल को सचिन तेंदुलकर 50 साल के हो गए हैं। यह उनकी जिंदगी का अर्धशतक है, जिसे आज उन्होंने पूरा किया है। उनके जन्मदिन के इस खास मौके पर सचिन के करियर के बारे में ज्यादा जानने के लिए उनके फैंस बहुत उत्साहित हैं, तो चलिए आज आपको सचिन की उन पांच यादगार पारियों के बारे बताते हैं, जिससे उनको’क्रिकेट के गॉड’ की उपाधि मिली। उन्होंने क्रिकेट में कई उपलब्धियां अपने नाम की हैं.
सचिन तेंदुलकर ने केवल 16 साल की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था और करीब 3 दशक से भी ज्यादा समय तक उन्होंने क्रिकेट खेला है। उन्होंने अपने करियर के दौरान कई रिकॉर्ड भी बनाए, जिन्हें अभी तक कोई खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है।

इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड में सचिन की पारी
1990 में इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड में सचिन तेंदुलकर ने शानदार पारी खेली थी, जो कि यादगार बन गई। इस टेस्ट मैच की पहली पारी में इंग्लैंड ने 519 रन का स्कोर खड़ा किया था। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 432 रन बनाए थे। उसके बाद मैच की दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 4 विकेट पर 320 रन बनाए थे। तब भारतीय टीम के सामने 408 रन का लक्ष्य था। जवाब में भारतीय टीम ने 5 विकेट पर 127 रन बनाए थे। उस दौरान 17 साल के सचिन दृढ़ ने संकल्प लिया और उन्होंने करीब 4 घंटे तक बैटिंग करते हुए 119 रनों की नाबाद पारी खेली। सचिन ने यह मैच ड्रॉ करवाने में अहम भूमिका निभाई।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन की 143 रनों की पारी
1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन की 143 रनों की पारी डेजर्ट स्टॉर्म के रुप में जानी जाती है। इस पारी में सचिन तेंदुलकर ने 131 गेंदों पर 143 रनों की तूफानी पारी खेली। सचिन ने इस यादगार पारी में 9 चौके और 5 छक्के लगाए थे। हालांकि सचिन की दमदार पारी के बाद भी भारतीय टीम मैच हार गई थी। इस मैच में टीम इंडिया ने 285 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए 276 रन बनाए थे। इस मुकाबले में खेली गई सचिन की पारी को डेजर्ट स्टॉर्म नाम इसलिए मिला, क्योंकि उस दौरान रेत के तूफान ने खेल को बाधित किया था। तूफान के थमने के बाद सचिन ने शानदार पारी खेली थी।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आक्रामक पारी
2011 में केप टाउन में दक्षिण अफ्रीका और भारतीय टीम के बीच टेस्ट मैच खेला गया था। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 362 रन बनाए थे। वहीं, टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 28 रनों पर 2 विकेट गवां चुकी थी, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने इस पारी में डेल स्टेन की आक्रामक गेंदबाजी का सामना करते हुए 314 गेंदों पर 146 रनों की पारी खेली थी। इसके साथ ही यह मैच भी ड्रॉ रहा था।

ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 200 रनों की पारी
2010 में ग्वालियर में दक्षिण अफ्रीका और भारतीय टीम के बीच वनडे मैच खेला गया था। इस मैच में सचिन ने अपने नाम नया रिकॉर्ड बनाया था। इस मुकाबले में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 147 गेंदों में नाबाद दोहरा शतक लगाया था। इसके बाद सचिन वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए थे। सचिन की इस ताबड़तोड़ पारी के दम पर भारत ने 3 विकेट पर 401 का स्कोर बनाया था। इसके साथ ही टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 153 रन से हराया था।

बांग्लादेश के खिलाफ 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक
12 मार्च 2011 को मास्टर ब्लास्टर ने अपना 99वां अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाया था। एक साल से अधिक समय तक बिना शतक के रहने के बाद सचिन ने मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ 2012 के एशिया कप मैच में 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाने की उपलब्धि हासिल की थी। उन्होंने 147 गेंदों पर 114 रन बनाए थे। यह यादगार पल मैच के 44वें ओवर में आया था। सचिन तेंदुलकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में तीस हजार रनों के आकड़े तक पहुंचने वाले वर्ल्ड के फर्स्ट और इकलौते बल्लेबाज हैं।