देवरिया : सावन महीने में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी का व्रत पूजन किया जाता है। इस बार 24 जुलाई को कामिका एकादशी का व्रत किया जाएगा। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। कामिका एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा पील फल फूल से की जाती है। एकादशी के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को प्रिय होती है। अगर संभव हो तो इस दिन व्रत रखें। इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु का आर्शीवाद प्राप्त होता है। साथ ही माता लक्ष्मी की भी पूजा-अर्चना भी करनी चाहिए। माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
इस दिन क्या करें और क्या ना
- एकादशी के दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। इस दिन मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। पहले भगवान को भोग लगाएं, उसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।
- एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन चावल का सेवन करना अशुभ माना जाता है।
- एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और किसी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। इस पावन दिन अपनी क्षमता के अनुसार दान जरूर करें।
- मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय होती है। इस पावन दिन भगवान विष्णु को तुलसी जरूर अर्पित करें।
कामिका एकादशी शुभ मुहूर्त
कामिका एकादशी रविवार, जुलाई 24, 2022 को
एकादशी तिथि प्रारम्भ – जुलाई 23, 2022 को सुबह 11: बजकर 27 मिनट पर शुरु
एकादशी तिथि समाप्त – जुलाई 24, 2022 को शाम 01 बजकर 45 मिनट पर खत्म
पारण का समय- जुलाई 25, 2022 को सुबह 6 बजकर 2 मिनट से 8 बजकर 39 मिनट तक