देवरिया : भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर साल गणेश चतुर्थी का त्योहार मानाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस साल 30 अगस्त से गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो रही है। यह जन्मोत्सव 10 दिनों तक यानी 9 सितंबर तक मनाई जाएगी। गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना कर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। लोग धूमधाम से गाजे-बाजे के साथ गणपति की मूर्ति घर लेकर आते हैं और स्थापित कर पूजा अर्चना करते हैं। कहा जाता है कि भगवान गणेश के साथ ही घर में खुशियां और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। इसके बाद अनंत चतुर्दशी को गणपति जी का विसर्जन किया जाता है. इस साल गणपति विसर्जन 9 सितंबर को किया जाएगा।
गणेश चतुर्थी का कार्यक्रम
इस साल गणेश चतुर्थी तिथि 30 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 33 मिनट से प्रारंभ होगी। 09 सितंबर को अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी की मूर्ति विसर्जित की जाएगी। इन 10 दिनों के भीतर जोर-शोर के साथ गणेश उत्सव मनाया जाएगा। भगवान गणेश के भक्त 10 दिन तक उनकी पूजा-उपासना करेंगे।
पहली बार घर ला रहें गणपति तो इन बातों का रखें ध्यान
- घर पर गणपति स्थापना करने का सबसे पहला चरण होता है गणपति बप्पा की मूर्ति खरीदना। मूर्ति का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि गणेश की सूंड बाईं ओर होनी चाहिए। घर पर स्थापित करने के लिए बाईं ओर सूंड वाले गणपति की मूर्ति शुभ मानी जाती है। इससे घर पर सुख समृद्धि आती है।
- जिस स्थान पर गणपति की स्थापना करने वाले हैं, उस जगह की सफाई कर लें। उस जगह की फूल-मालाओं से सजावट भी करें। इसके अलावा इस स्थान पर गंगाजल छिड़क कर शुद्ध कर लें।
- प्लास्टर ऑफ पेरिस या किसी अन्य तरह के केमिकल से बनी मूर्ति को खरीदने से बचे। सफेद मदार की जड़ या फिर मिट्टी से बनी इको फ्रेंडली गणेश जी की प्रतिमा ला सकते हैं। इसका विसर्जन करना भी आसान होता है।
- गणेश जी की प्रतिमा खरीदते समय आप भगवान की ऐसी प्रतिमा लें जिसमें गणेश जी बैठे हुए हों।
- घर पर स्थापित करने के लिए सिंदूरी और सफेद रंग की बप्पा की मूर्ति सबसे अच्छी मानी जाती है। लेकिन किसी भी चटक कलर की रंगीन मूर्तियां घर ला सकते हैं।
- गणपति को घर लाते समय गाजे-बाजे के साथ शंख भी जरूर बजाएं। शंख बजाकर भगवान का स्वागत करना शुभ माना जाता है।
- भगवान गणेश को स्थापित करने से पहले चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद भगवान गणेश की प्रतिमा को पीले रंग के वस्त्र पहनाएं।
- मूर्ति के पास एक कलश में जल भरकर रखें। कलश को भगवान गणेश की दाईं तरफ रखें और इसके बाद आपने जितने दिनों तक बप्पा की मूर्ति को घर पर स्थापित करने का संकल्प लिया है उतने दिनों तक मूर्ति की पूजा आराधना करें। इसके बाद शीघ्र आने की कामना करते हुए बप्पा की मूर्ति का विसर्जन करें।
गणेश पूजन की विधि
गणेश चतुर्थी पर सुबह स्नान करने के बाद भगवान गणेश की पूजा करें। इस दिन पीले रंग के वस्त्र धारण पहनें। इसके बाद भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करें। गणपति का गंगाजल से अभिषेक करें और उन्हें अक्षत, फूल, दूर्वा घास, मोदक आदि अर्पित करें। भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगाएं और उनकी आरती उतारें। साथ ही गणेश के मंत्रों का जाप करना उत्तम माना जाता है।
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