देवरिया न्यूज़

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पाक के 9 आतंकी ठिकानों पर भारत की एयर स्ट्राइक, “ऑपरेशन सिंदूर” से पूरा हुआ पहलगाम का बदला

देवरिया। पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद पूरा देश भारत की तरफ से किसी बड़ी कार्रवाई के इंतजार में था। 6-7 मई की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत करके हमले का बदला ले लिया। भारत की तरफ से की गई एयरस्ट्राइक में जैश और लश्कर के कई आतंकी मारे गए। पहलगाम हमले के 15 दिन बाद ही भारत ने यह बड़ा एक्शन लिया है। भारतीय सेना ने अपने इस एक्शन को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया है।

कई बड़े आतंकी ठिकाने हुए तबाह

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय आर्मी और एयर फोर्स ने पाकिस्तान के पंजाब और पीओके स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इन जगहों पर कई बड़े आतंकी समूहों का अड्डा था। इस कार्रवाई में आतंकी मसूद अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों को भी बड़ा नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है इस हमले में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 14 लोगों की मौत हुई है जिससे उसे बड़ा झटका लगा है।

बैठक में पीएम ने की सेना की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पीएम ने कैबिनेट के सभी सदस्यों को ऑपरेशन से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार से दी। पीएम मोदी ने कहा कि- “पहलगाम आतंकी घटना के बाद पूरा देश हमारी तरफ देख रहा था। हमारी ज़िम्मेदारी है देश की जनता के भरोसे पर खरा उतरने की। हमारी भारतीय सेना ने तैयारी के अनुसार बिना किसी गलती के कार्रवाई को अंजाम दिया है। हमको ये करना ही था।” बैठक में पीएम ने सेना के इस कदम की सराहना भी की।


ऑपरेशन सिंदूर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस

ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऑपरेशन से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी दी गई। आर्मी कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी सबूतों के साथ जानकारी दी। उन्होंने बताया कि- “रात एक बजकर पांच मिनट से डेढ़ बजे तक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया। ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके के कुल 9 आतंकी कैंपों को तबाह किया गया है। भारत की आज की कार्रवाई को आतंकवादियों और योजनाकारों को न्याय के दायरे ने लाने के संदर्भ में देख जाना चाहिए। खुफिया के आधार पर लक्ष्यों का चयन हुआ। ऑपरेशन सिंदूर के तहत ध्यान दिया गया कि निर्दोष नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।”


“पाक की पहचान आतंकी शरणस्थल के रूप में”


ऑपरेशन सिंदूर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि- “25 अप्रैल को टीआरएफ के संदर्भ को हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव को भी ध्यान देना चाहिए। पाकिस्तान दुनिया भर में आतंकवादियों के शरणस्थल के रूप में पहचान बना चुका है। साजिद मीर का मामला अंतराष्ट्रीय प्रेशर बनाने के बाद वो जीवित पाया गया, इसका सबूत है। पाकिस्तान अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में आतंकियों पर एक्शन के लिए कोई कदम नहीं उठाता। खुफिया जानकारी के मुताबिक, भारत के खिलाफ आगे भी हमले हो सकते हैं। विक्रम मिसरी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को समाप्त करने और भारत में भेजे जाने वाले आतंकियों को अक्षम बनाने के लिए है। पहलगाम हमले का जवाब देना जरूरी था।”

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