देवरिया : देशभर में आज धनतेरस के साथ दिवाली के पांच दिनों के महापर्व की शुरुआत हो गई है। हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का पर्व कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर देवता की पूजा होती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसी कारण इस दिन बर्तन खरीदने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि धनतेरस पर पूजा करने से घर में धन-धान्य के भंडार हमेशा भरे रहते हैं। बर्तन के साथ-साथ इस खास त्योहार पर नई वस्तुएं सोना, चांदी, कपड़े, वाहन आदि खरीदना भी शुभ माना जाता है।
हालांकि इस साल धनतेरस के त्योहार को लेकर लोगों को बड़ा कन्फ्यूजन है। कुछ लोग आज धनतेरस मना रहे हैं तो कई लोग कल धरतेरस मनाने की बात कर रहे हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य का कहना है कि इस बार धन त्रयोदशी कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी शनिवार को शाम 4 बजकर 13 मिनट पर लग रही है और 23 अक्टूबर रविवार को शाम 4 बजकर 45 मिनट तक रहेगी।
धनतेरस 2022 मुहूर्त
अगर आप 22 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व मनाएंगे तो पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 58 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
अगर आप 23 अक्टूबर को धनतेरस पर्व मना रहे हैं तो इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 44 मिनट से शाम 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगा।
धनतेरस पर खरीदारी का समय
धनतेरस खरीदारी का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को 4 बजकर 13 मिनट के बाद से है। वहीं, 23 अक्टूबर को 4 बजकर 45 से पहले का मुहुर्त अच्छा है।
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन प्रात:काल सूर्योदय के पहले स्नान कर ले। इसका पूजन प्रदोष काल में किया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि, देवी लक्ष्मी एवं कुबेर देव की पूजा होती है। धनतेरस पर संध्या के समय उत्तर दिशा की तरफ देव कुबेर और भगवान धन्वंतरि की स्थापना करें। साथ ही माता लक्ष्मी और श्री गणेश की भी मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद दीपक प्रज्वलित करें और विधिवत पूजन प्रारंभ करें। सभी देवी-देवताओं को तिलक लगाएं और पुष्प, फल आदि अर्पित करें। कुबेर देव को सफेद मिठाई तो धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का भोग लगाएं। भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस पर धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ भी जरूर करें। इसके अलावा मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप भी करें। अंत में आरती कर पूजा संपन्न करें।
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