देवरिया: भारतीय जनता पार्टी ने नए संसदीय बार्ड और चुनाव समिति का गठन किया है। संसदीय बोर्ड की लिस्ट से हटाए गए दो नाम इस ऐलान के बाद से ही चर्चा का विषय बने हुए हैं। बीजेपी के 11 सदस्यीय संसदीय बोर्ड में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का नाम शामिल नहीं है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को नई लिस्ट में जगह मिली है। ऐसे में तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं। संसदीय बोर्ड बीजेपी में नीति निर्धारण करने वाली सर्वोच्च इकाई है। मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव और साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में इस फेरबदल पर तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
इसके साथ ही पार्टी ने15 सदस्यीय चुनाव समिति का भी गठन किया गया है जिसमें शाहनवाज हुसैन का नाम नहीं है। चुनाव समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, देवेंद्र फडणविस समेत 15 लोग शामिल हैं। संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति आम चुनाव 2024 की तैयारी के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है, ऐसे में तीन दिग्गज लोगों के नाम का शामिल ना होना सभी के लिए आश्चर्य का विषय है।
सबसे महत्वपूर्ण है संसदीय बोर्ड
बीजेपी में संसदीय बोर्ड सबसे महत्वपूर्ण और ताकतवर इकाई मानी जाती है। पार्टी से जुड़े लगभग हर बड़े फैसले बोर्ड के सभी सदस्य मिलकर करते हैं। इसकी ताकत का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि राज्यों में मुख्यमंत्री, विधान परिषद का चेहरा भी संसदयी बोर्ड ही तय करता है। इसके अलावा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष, विपक्ष के नेता और गठबंधन से जुड़े फैसले भी संसदीय बोर्ड की जिम्मेदारी होते हैं।
चुनाव समिति दूसरी महत्वपूर्ण संस्था
संसदीय बोर्ड के बाद चुनाव समिति बीजेपी की दूसरी बड़ी इकाई है। चुनाव समिति के सदस्य ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव के वक्त टिकटों से जुड़े फैसले लेते हैं। चुनाव को लेकर सभी अधिकार और शक्तियां चुनाव समिति को होते हैं।
नितिन गडकरी के बयान की हो रही है चर्चा
जिस दिन से लिस्ट की घोषणा हुई है राजनीतिक गलियारों में खबरें तैरने लगी हैं। लोग नितिन गडकरी के पुराने बयान से इसे जोड़ने लगे हैं। 24 जुलाई को नितिन गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में कहा था कि “मन करता है राजनीति छोड़ दूं”। संसदीय बोर्ड के गठन होने के बाद और उसमें गडकरी का नाम ना होने को और गडकरी के उस बयान को जोड़कर अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकी बीजेपी का उठाया हुआ हर कदम सोची हुई रणनीति के तहत होता है फिर भी महत्वपूर्ण लोगों का नाम हटना हैरान कर देने वाला है।
दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और संसदीय बोर्ड से मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का काट दिया गया है। इसके बाद ये कयास लगने शुरू हो गए हैं कि क्या शिवराज अगले चुनाव में बीजेपी का चेहरा नहीं होंगे। हालांकि उन्होंने पार्टी के फैसले का स्वागत किया है।
नए संसदीय बोर्ड के सदस्य-
जगत प्रकाश नड्डा-अध्यक्ष
नरेंद्र मोदी
राजनाथ सिंह
अमित शाह
बी एस येदियुरप्पा
सर्वानंद सोनोवाल
के लक्ष्मण
इकबाल सिंह लालपुरा
सुधा यादव
सत्यनारायण जटिया
बीएल संतोष-सचिव
चुनाव समिति के सदस्य
नरेंद्र मोदी
जे पी नड्डा
अमित शाह
राजनाथ सिंह
बी एस येदुरप्पा
सर्वानंद सोनोवाल
देवेंद्र फडणवीस
भूपेंद्र यादव
ओम माथुर
वनथी श्रीनिवास
सुधा यादव
इकबाल सिंह लालपुरा
सत्यनाराण जटिया
के लक्ष्मण
बी एल संतोष
