देवरिया। कालीन नगरी के नाम से प्रसिद्ध भदोही ने एक बार फिर दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। भदोही जिले की “हैंड टफ्टेड कालीन” को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली है। पाटोदिया कॉन्ट्रैक्ट कंपनी द्वारा तैयार की गई यह कालीन अब विश्व की सबसे बड़ी हैंड टफ्टेड कालीन बन गई है। यह कालीन कजाखस्तान की राजधानी अस्ताना की भव्य ग्रैंड मस्जिद में बिछाई गई है।

6 महीने में तैयार हुई थी कालीन
कंपनी के मुताबिक, 12,464.28 वर्ग मीटर की इस विशाल कालीन को बनाने में लगभग एक हजार कारीगरों ने छह महीने तक दिन-रात मेहनत की। कोविड महामारी के कठिन समय में भी भारतीय और भारतीय मूल के कारीगरों ने इस प्रोजेक्ट को पूरा किया। कालीन को 125 अलग-अलग टुकड़ों में तैयार किया गया और फिर 50 दिनों की मेहनत से मस्जिद में बिछाया गया। मंगलवार को हुई ऑनलाइन सेरेमनी में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से कंपनी को आधिकारिक प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
15 लाख डॉलर है कीमत
इस अनोखी कालीन की कुल कीमत करीब 15 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 13 करोड़ 20 लाख रुपये) बताई जा रही है। कंपनी के निदेशक रवि पाटोदिया ने बताया कि 2021 में जब दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, उसी दौरान उन्हें मध्य एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद के लिए कालीन तैयार करने का प्रस्ताव मिला। मस्जिद के नक्शे और डिजाइन देखने के बाद कंपनी ने इसे एक बड़ी चुनौती के रूप में स्वीकार किया और निर्माण शुरू कर दिया।

कालीन की खासियत
यह कालीन न केवल अपने आकार के कारण खास है, बल्कि इसकी डिजाइन और गुणवत्ता भी अद्भुत है। इसमें पूरी तरह ऊन का उपयोग किया गया है। कालीन के केंद्र में 70 मीटर व्यास वाला आकर्षक मेडेलियन (मध्य चक्र) बनाया गया है, जो इसका मुख्य आकर्षण है। इसका डिजाइन ईरान की पारंपरिक पर्शियन कला पर आधारित है। मस्जिद के बगीचे और “जन्नत-उल-फिरदौस” के तत्वों से प्रेरित यह डिजाइन बेहद खूबसूरत और प्रतीकात्मक है।
मस्जिद के मुख्य हाल में आठ विशाल पिलर हैं, जिनके अनुरूप कालीन की डिजाइनिंग और मिलान करना भी एक बड़ी चुनौती रही। इसे बिछाने के दौरान यह तय किया गया कि कालीन का पैटर्न मस्जिद के सेंटर पॉइंट से पूरी तरह से मेल खाए।
चीन और अमेरिका को पछाड़ा
रवि पाटोदिया ने बताया कि इस ऑर्डर के लिए मस्जिद प्रशासन ने शुरुआत में चीन और अमेरिका के कालीन निर्माताओं से भी संपर्क किया था। लेकिन जब उन्होंने परियोजना की जटिलता और आकार देखा, तो उन्होंने इससे हाथ खींच लिया। वहीं भदोही की कंपनी ने न केवल चुनौती स्वीकार की बल्कि अपनी पारंपरिक कला, डिज़ाइन और गुणवत्ता के दम पर यह प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट हासिल किया। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीम ने खुद सर्वे कर कंपनी की योग्यता की पुष्टि की थी।
पहले ईरान के नाम था रिकॉर्ड
इससे पहले दुनिया की सबसे बड़ी हैंड नॉटेड कालीन का रिकॉर्ड ईरान के नाम था। 5,630 वर्ग मीटर की वह कालीन 2007 में शेख जायद ग्रैंड मस्जिद (UAE) के लिए तैयार की गई थी। लेकिन हैंड टफ्टेड श्रेणी में अब तक इतनी बड़ी कालीन नहीं बनी थी। इस नए रिकॉर्ड के साथ भदोही ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय कारीगरी और रचनात्मकता की मिसाल विश्व भर में बेजोड़ है।



