देवरिया। अयोध्या के राम की पैड़ी पर इस बार का दीपोत्सव कुछ खास होने वाला है। यहां छह विशालकाय पत्थर के दीपक बनाए जा रहे हैं, जो पूरे कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होंगे। ये दीपक दीपोत्सव की पहचान के रूप में तैयार किए जा रहे हैं। इनका निर्माण बिहार के कुशल शिल्पकार कर रहे हैं और अब काम अपने अंतिम चरण में है।
तेल और बिजली से जलेगा ये दिया
इन दीपों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन्हें तेल और बिजली दोनों से जलाया जा सकता है। हालांकि, फिलहाल बिजली से जलाने की तैयारी में थोड़ी दिक्कत आ रही है क्योंकि इसके लिए जो प्रोजेक्टर लगाए जाने थे, उनकी स्थापना दीपोत्सव से पहले पूरी होती नहीं दिख रही। ऐसे में अधिकारियों की बैठक चल रही है कि इन्हें इस बार तेल से ही जलाया जाए।
10 अक्टूबर तक तैयार होंगे दिए
इन दीपों को बनाने की आखिरी तारीख 10 अक्टूबर तय की गई है ताकि दीपोत्सव शुरू होने से पहले सभी दीपक तैयार हो जाएं। हर साल की तरह इस बार भी दीपोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की संभावना है, इसलिए पूरे आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। राम की पैड़ी का सुंदरीकरण उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) द्वारा करीब 15 करोड़ रुपए की लागत से कराया जा रहा है।
ग्रीन फायर वर्क होगा खास आकर्षण
दीपोत्सव में इस बार “ एरियल ग्रीन फायर क्रैकर शो” कराया जाएगा जो दीपोत्सव को और भी खास बनाएगा। फायर शो पुराने सरयु पुल पर आयोजित होगा, इस नजारे को 2 किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता है। इसे एक्सिस कम्युनिकेशन नाम की संस्था आयोजित कर रही है। फायर शो लगातार चार दिनों तक यानी 16 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक चलेगा। तब तक सरयु पुल आम जनता की आवाजाही के लिए बंद रहेगा। फायर शो में उपयोग किए जा रहे पटाखे पूरी तरह से प्रदूषण रहित होंगे। हर फार शो के बाद पुल को नगर निगम की टीम पूरी तरह से साफ करेगी।



