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यूपी में छात्रों को मिलेगा फ्री टेबलेट और स्मार्टफोन, जानिए कौन से छात्र होंगे पात्र और कैसे कर सकते हैं आवेदन

देवरिया। योगी सरकार ने प्रदेश के युवाओं को एक बड़ी सौगात देने का ऐलान किया है। दरअसल प्रदेश में युवाओं को फ्री टैबलेट और स्मार्टफोन देने की योजना को सीए योगी आदित्यनाथ ने फिर से शुरू करने की घोषणा की है। बुधवार को सीएम योगी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 10 लाख टैबलेट और 25 लाख स्मार्टफोन दिए जाएंगे।

छात्रों को चिन्हित करने का काम शुरू

सीएम योगी आदित्यनाथ के द्वारा टेबलेट और स्मार्टफोन बांटने के ऐलान के पहले ही सरकार ने संबंधित अधिकारियों को छात्रों के नाम चिन्हित करने के लिए निर्देश दे दिए हैं। छात्रों की सूची बनाने का काम जिले स्तर पर शुरू भी हो चुका है। छात्रों के नाम की सूची तैयार होते ही टैबलेट और स्मार्ट फोन बांटने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में 9 लाख टैबलेट और स्मार्टफोन का वितरण होगा।

इन नियमों के तहत मिलेंगे टैबलेट और स्मार्ट फोन
सरकार का उद्देश्य है होनहार छात्रों को तकनीक से जोड़ा जाए ताकी आगे जाकर वो अपनी पढ़ाई के लिए नई टेक्नॉलॉजी का उपयोग कर आगे बढ़ सकें। इस योजना के तहत भी कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं जिसके आधार पर छात्रों का चयन किया जाएगा। नियमों के अनुसार हितग्राही छात्र उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए और उसके 10वीं या 12वीं में 65 या उससे अधिक अंक आने चाहिए। टेबलेट और स्मार्ट फोन के लिए छात्रों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा, रजिस्ट्रेशन की यह सुविधा भी निशुल्क होगी।

छात्र इस प्रकार करें आवेदन
इस योजना के तहते वो छात्र जिन्होंने पहले ही अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं उन्हें सबसे पहले टैबलेट दिया जाएगा। उसके बाद बाकी छात्रों के रजिस्ट्रेशन का काम शुरू होगा। आवेदन करने के लिए यूपी सीएमओ की आधिकारिक साइट upcmo.up.nic.in पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के टाइम ही कुछ डॉक्यूमेंट मांगे जाएंगे जिसे वेबसाइट पर ही अपलोड करना होगा।

छात्रों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना है: योगी
बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करन वाले छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- “उन्हें तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए हम राज्य भर में दो करोड़ युवाओं को मुफ्त टैबलेट और स्मार्टफोन रदे रहे हैं।”
परीक्षा में पूछे जाने वाले कठिन सवालों पर सीएम ने कहा-
उन्होंने परीक्षा में पूछे जाने वाले कठिन सवालों पर कहा कि- “कभी-कखभी परीक्षा में इतने कठिन सवाल पूछ लिए जाते हैं कि उसके जवाब परीक्षक को ही पता नहीं होता। परीक्षा का मतलब छात्र छात्राओं को परेशान करना नहीं हो सकता। परीक्षा में एक सामान्य प्रकृति के प्रश्न होने चाहिए”

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