देवरिया : साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। भारत में भी इस सूर्य ग्रहण को देखा जा सकेगा। सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले शूरू हो जाता है। ज्योतिष में इसको अशुभ घटनाओं में गिना जाता है। इसके कारण विभिन्न मंदिरों में होने वाले अन्नकूट महोत्सव को एक दिन टाल दिया गया है। साथ ही मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे।
सूर्यग्रहण की अवधि
● स्पर्श शाम 04:42 बजे
● मध्यकाल शाम 05:02 बजे
● मोक्षकाल शाम 05:22 बजे
● सूर्यग्रहण की सम्पूर्ण अवधि 7 घंटा 5 मिनट है किन्तु काशी में सम्पूर्ण सूर्यग्रहण 40 मिनट का है।
कैसे देखें लाइव सूर्य ग्रहण
NASA ने सूर्य ग्रहण के दीदार के लिए लाइव स्ट्रीम लिंक जारी किया गया है। इसके जरिए दुनिया भर के लोग इस अद्भुत खगोलीय घटना को देख सकेंगे। इसके अलावा आप ‘Royal Observatory Greenwich’ के यूट्यूब चैनल पर भी सूर्य ग्रहण को लाइव देख सकते हैं।
सूर्य ग्रहण का राशियों पर असर
इस आखिरी सूर्य ग्रहण का असर अलग-अलग राशियों पर पड़ेगा। मेष, वृषभ और मिथुन राशि के लोगों पर सूर्य ग्रहण का बुरा असर देखने को मिलेगा। कर्क राशि वाले लोगों को इस दौरान धनलाभ होगा। कन्या राशि वालों को इस दौरान हानि हो सकती है। वृश्चिक वालों को धन की हानि होने की संभावना है और धनु राशि वालों इस दौरान लाभ होगा।
देश के प्रमुख शहरों में ग्रहण काल की टाइमिंग-
- नई दिल्ली- शाम 04:28 बजे से शाम 05:42 बजे तक।
- कोलकाता- शाम 04:51 बजे से शाम 05:04 बजे तक।
- मुंबई- शाम 04:49 बजे से शाम 06:09 बजे तक।
- चेन्नई- शाम 05:13 बजे से शाम 05:45 बजे तक।
- पटना- शाम 04:42 बजे से शाम 05:14 बजे तक।
- जयपुर- शाम 04:31 बजे से शाम 05:50 बजे तक।
- लखनऊ- शाम 04:36 बजे से शाम 05:29 बजे तक।
- हैदराबाद- शाम 04:58 बजे से शाम 05:48 बजे तक।
- बेंगलूरु-शाम 05:12 बजे से शाम 05:56 बजे तक।
- अहमदाबाद- शाम 04:38 बजे से शाम 06:06 बजे तक।
- पुणे- शाम 04:51 बजे से शाम 06:06 बजे तक।
- नागपुर- शाम 04:49 बजे से शाम 05:42 बजे तक।
- भोपाल- शाम 04:42 बजे से शाम 05:47 बजे तक।
- चंडीगढ़- शाम 04:23 बजे से शाम 05:41 बजे तक।
- मथुरा- शाम 04:31 बजे से शाम 05:41 बजे तक।
कब लगता है सूर्य ग्रहण ?
सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि पर ही होता है। खगोल शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है। तब यह तीनों एक सीध में हो जाते हैं। इस घटना को ही आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं।