देवरिया : दिल्ली में लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या को अंजाम देने और उसकी लाश के टुकड़े कर ठिकाने लगाने वाले आफताब आमिन पूनावाला को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जंगल में सर्च अभियान के दौरान पुलिस को अब तक श्रद्धा के शव के करीब 12 टुकड़े बरामद हुए हैं, लेकिन अभी तक सिर नहीं मिला है। पुलिस की तलाश जारी है। पुलिस इस बात की भी जांच कराएगी कि बरामद शव के टुकड़े श्रद्धा के ही हैं या नहीं। पुलिस आफताब को लेकर मंगलवार को महरौली के जंगल में गई और वहां करीब ढ़ाई घंटे तक सर्च अभियान चलाया। वहां पूछताछ में आफताब बार-बार अपने बयान बदल रहा था।
यहां बताते चलें कि दिल्ली पुलिस ने शनिवार को अपने लिव-इन पार्टनर की हत्या करने और उसके शव को 35 टुकड़ों में काटने तथा उन्हें फेंकने के आरोप में आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आफताब ने 18 मई को लिव-इन पार्टनर श्रद्धा का गला घोंटकर हत्या कर दी और आरी से 35 टुकड़े करके, अपने घर मे रखा। इसके लिए आफताब एक नया बड़ा फ्रिज खरीदकर लाया और 18 दिनों तक घर में रखा। रात करीब 2 बजे शरीर के टुकड़े को एक-एक कर जंगल में फेंक कर आ जाता था।

लिव इन में रहते थे दोनों
घटना के करीब पांच महीने बाद वारदात का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक लड़की का नाम श्रद्धा है। 26 साल की श्रद्धा मुंबई में एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थीं जहां उनकी मुलाकात पूनावाला से हुई। दोनों ने डेटिंग शुरू कर दी और वो आफताब के साथ लिव इन में रहने लगे। बताया जा रहा है कि लड़की के परिवारवाले इन दोनों के रिश्ते से नाखुश थे। इसी के कारण दोनों दिल्ली के महरौली आकर किराए के मकान में रहने लगे।
काफी समय तक श्रद्धा की खबर परिवारवालों को नहीं मिली तब उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की। इसके पहले श्रद्धा ने अपने परिवार के फोन कॉल का जवाब देना बंद कर दिया था। 8 नवंबर को उसके पिता विकास मदान बेटी को देखने दिल्ली आए थे। जब वह फ्लैट पर पहुंचे तो उसमें ताला लगा था। उसने महरौली पुलिस से संपर्क किया और अपहरण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।

अलग अलग जगहों पर फेंके टुकड़े
आफताब ने जांच के दौरान बताया कि दोनों अक्सर लड़ते थे क्योंकि श्रद्धा उससे शादी करना चाहती थी। आफताब ने पहले तो श्रद्धा को मारा और उसके बाद उसके शव के टुकड़े करके महरौली के अलग अलग जगह पर फेंका। आरोपी इतना शातिर था की बदबू को दबाने के लिए एक बड़े फ्रिज में बॉडी को रखता था। टुकड़ों को रात के अंधेरे में इसलिए फेंकता था ताकि जंगली जानवर और कीड़े उसे खा जाएं।
इनटरनेट से ली हत्या करने की जानकारी
हत्या करने से पहले आफताब ने इंटरनेट से संबंधित जानकारी को सर्च किया था। कटे हुए बॉडी पार्ट्स को कैसे घर में लंबे वक्त तक स्टोर करने हैं, खून कैसे साफ हो? यह सब जानकारी आफताब ने इंटरनेट पर सर्च किया। पुलिस ने उसका मोबाइल, कंप्यूटर आदि जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। साउथ डिस्ट्रिक्ट के एडिशनल डीसीपी अंकित चौहान के मुताबिक पुलिस का फोकस सर्च और रिकवरी पर है। डिजिटल एविडेंस को लिंक कर मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
दूसरी लड़की को डेट
श्रद्धा का मर्डर करने के बाद भी उसे अपनी लिविंग पार्टनर के कत्ल का कोई दुख नहीं है। उसका दिल पत्थर बन चुका था। ये हम क्यों कह रहे हैं कि आफताब को कोई पछतावा या दुख नहीं है, क्योंकि कि एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दिल्ली के छतरपुर इलाके में जिस घर में आफ़ताब और श्रद्धा रहते थे वहां श्रद्धा के मर्डर के चंद दिनों बाद एक लड़की आई थी। तब इस घर के फ्रिज में श्रद्धा की लाश रखी हुई थी। आफताब उसी कमरे में लगातार 18 दिन सोता रहा। इतना ही नहीं वह रोज फ्रिज खोलकर श्रद्धा के कटे हुए सिर को भी देखता था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब के घर में एक लड़की एक बार नहीं दो बार आई थी। वो लड़की तब आफताब के साथ घर में आई जब श्रद्धा की लाश कई टुकड़ों में फ्रिज में मौजूद थी। आफ़ताब ने उस लड़की को डेटिंग ऐप के ज़रिए बुलाया था। आफ़ताब ने उस लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाएं। ये तब था जब श्रद्धा का शव कमरे में मौजूद था।
जेल में सुकून की नींद सो रहा हैवान आफताब
हैवान आफताब अमीन पूनावाला का जेल से एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में आफताब जेल में सुकून की नींद लेता हुआ नजर आ रहा है। बाएं करवट लिए जेल में सुकून की नींद ले रहे आफताब के चेहरे पर किसी प्रकार का कोई शिकन या अफसोस नजर नहीं आ रहा है। इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद भी वह जेल में सुकून की नींद सो रहा है।
श्रद्धा के पिता की अपील- आफताब को फांसी दी जाए
श्रद्धा के पिता विकास वाकर ने कहा, “मुझे ये मामला लव जिहाद का लगता है। मेरी अपील है कि आफताब को फांसी दी जाए। श्रद्धा अपने चाचा के ज्यादा करीब थी, पर ज्यादा बातचीत नहीं करती थी। मैं आफताब से कभी संपर्क में नहीं रहा।”