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भीषण गर्मी से राहत देंगे ये शरबत, शरीर को ठंडा रखने के साथ पहुंचाएंगे और भी फायदे

देवरिया। गर्मियों का मौसम आते ही मन कुछ ठंडा खाने और ठंडा पीने को करता है। ऐसे में घर-घर आइसक्रीम और शरबत बनाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। ठंडी चीजों में अगर स्वाद के साथ सेहत भी हो तो क्या ही कहने। जब गर्मी अपने शबाब पर होती है तो घर से बाहर निकलने वालों को लू लगने का खतरा रहता है। ऐसे में शरबत की कुछ ऐसी रेसिपीज हैं जो शरीर को ठंडक पहुंचाने के साथ-साथ लू और गर्मी की वजह से होने वाले सर दर्द से भी राहत देंगे। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ शरबत की विधि बताने जा रहे हैं जो सिर्फ आपकी सेहत को गर्मी में भी संतुलित बनाकर रखेंगे।


कच्ची कैरी का पना

सामाग्री- कच्चे आम, पुदीने के पत्ते, जीरा पावडर, काला नमक, सादा नमक और शक्कर
विधि- कच्चे आम का पना बनाना बहुत ही आसान है। सबसे पहले आम को उबाल लें और ठंडा हो जाने पर उसका पल्प एक बर्तन में अलग कर लें। अब उसमें स्वादानुसार शक्कर मिलाकर मिक्सर में चला लें। इस पल्प में अपने हिसाब से ठंडा पानी मिलाकर पतला कर लें। इसकी कंसिसटेंसी आप कैसी भी रख सकते हैं। अब इसमें पुदीने के पत्ते का रस, काला नमक, जीरा पावडर और सादा नमक मिलाकर आइस डालकर सर्व करें। आप चाहें तो इसे ज्यादा मात्रा में बनाकर फ्रिज में स्टोर करके भी रख सकते हैं।
फायदे-आम का पना गर्मियों में अमृत माना जाता है। धूप में बाहर जान से पहले या धूप से घर आने के बाद थोड़ा रुक कर पना जरूर पीना चाहिए। यह शरीर के तापमान को भी ठंडा रखता है और लू लगने से भी बचाता है।


बेल का शरबत
सामाग्री- बेल का फल, शक्कर
विधि-
बेल का शरबत बनाने में सिर्फ बेल का फल, शक्कर और पानी की जरूरत पड़ती है। शरबत बनाने के लिए सबसे पहले बेल को तोड़ लें फिर उसका पूरा पल्प एक बर्तन में डालकर पानी डालकर धो लें। जब पल्प से सारा बीज अलग हो जाए तो इस पल्प को एक बड़ी छन्नी से छान लें, जिससे बेल का रेसा और बीच अलग हो जाएंगे और पल्प पानी के साथ छन जाएगा। अब छने हुए घोल में शक्कर पीकर या ऐसे ही मिला लें। शरबत की कंसिसटेंसी अपने अनुसार रख सकते हैं।
फायदे-
वैसे तो बेल का शरबत गर्मियों में सामान्यतौर पर गर्मी से बचने और लू से बचने के लिए पिया जाता है। लेकिन इसे खाली पेट पीने से ये और भी बहुत से फायदे पहुंचाता है। जैसे- दिल की बीमारियों के लिए लाभदायक माना गया है, कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है, खून साफ करता है, दस्त में राहत पहुंचाता है। इसके अलावा इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।

नीबू की शिकंजी
सामग्री- नीबू, शक्कर, पुदीना, जीरा पावडर, काला नमक
विधि- नीबू की शिकंजी गर्मियों में बनने वाला भारत के हर घर का सबसे लोकप्रिय पेय है क्योंकि इसे बनाना भी उतना ही आसान है। शिकंजी बनान के लिए आपको जितनी शिकंजी बनानी है उतना पानी ले लें। अब उसमें नीबू का रस डालें, शक्कर और काला नमक इसके बाद इसमें थोड़ा सा पुदीने की पत्ती का रस डालें। अगर पुदिना नहीं है तो भी सिर्फ नमक और शक्कर डालकर भी शिकंजी तैयार हो जाती है। अब ग्लास में इसे छानकर और आइस डालकर सर्व कर लें।
फायदे-शिकंजी गर्मियों में तुरंत एनर्जी देने वाला होता है। अगर गर्मियों में ज्यादा मसालेदार खाना खा लिया हो और पेट में कब्ज या ब्लोटिंग की समस्या हो रही हो तो दिन में दो या तीन बार नीबू की शिकंजी पीने से पेट से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

मसाला छाछ
सामाग्री– छाछ, मठा या दही, नमक, काला नमक, काली मिर्च पावडर, चाट मसाला, जीरा पावडर, हरा धनिया, पुदीने की पत्ती
विधि- मसाला छाछ बनाने के लिए अगर आपके पास मठा नहीं है तो दही को पानी डालकर मिक्सी में फेंट लें, अब उसी में हरा धनिया और पुदीने की पत्ती डालकर फिर अच्छी तरह पीस लें। अब तैयार मिक्सर को अलग से बर्तन में निकाल लें। उसमें काला नमक, जीरा पावडर, काली मिर्च का पावडर और चाट मसाला डालकर सर्व करें।
फायदे- मसाला छाछ से पेटके दर्द, सूजन और गर्मियों में होने वाले दस्तसेराहत मिलती है। यह शरीर को ठंडक पहुंचाकर पानी की मात्रा को संतुलित करताहै।छाछ में विटामिन डी, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स होता है, जिससे शरीर में इन जरूरी विटामिन्स की पूर्ती भी होती है।
नोट- अगर आपको किसी चीज से एलर्जी है तो उसे खाने-पीने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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