देवरिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई। राष्ट्रपति ने दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण के दौरान सरकार की उपलब्धियों की चर्चा की और मौजूद सरकार को बिना डरे फैसला लेने वाली सरकार बताया। आइए जानते हैं राष्ट्रपति के अभिभाषण की प्रमुख बातें।
1. ‘नागरिकों के युग निर्माण का अवसर है- राष्ट्रपति ने कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं । ये आजादी का अमृत साल है और हम सभी नागरिकों के लिए युग निर्माण का अवसर है। हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है, जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो, जो आत्मनिर्भर हो, जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जो गरीबी न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव युक्त हो। ऐसा देश जिसकी युवा शक्ति और नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए खड़ी हो। जिसके युवा समय से दो कदम आगे चलता है। जिसकी विविधता और अधिक उज्ज्वल हो, जिसकी एकता और अधिक अटल हो।

2. ‘भारतीयों का आत्मविश्वास शीर्ष पर’- राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार को कुछ ही महीने में 9 साल पूरे हो जाएंगे। इन 9 सालों में भारत के लोगों ने सकारात्मक बदलाव पहली बार देखे हैं। आज भारतीयों का आत्मविश्वास शीर्ष पर है। दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदल गया है। जो भारत अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए दूसरों पर निर्भर था, आज दुनिया की समस्याओं का निराकरण कर रहा है। आज देश की पहचान तेज विकास और दूरगामी फैसलों के लिए हो रही है। आज हम पांचवें नंबर की अर्थव्यस्था बन गए हैं।

3. निडर और निर्णायक सरकार: भगवान बसवेश्वर ने कहा था – कायकवे कैलास। अर्थात् कर्म ही पूजा है, कर्म में ही शिव हैं। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मेरी सरकार राष्ट्र निर्माण के कर्तव्य को पूरा करने में तत्परता से जुटी है। आज भारत में एक स्थिर, निडर, निर्णायक और बड़े सपनों के लिए काम करने वाली सरकार है। आज भारत में ईमानदारी का सम्मान करने वाली सरकार है। आज भारत में गरीबों के स्थायी सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली सरकारी है। आज भारत में महिलाओं के सामने से हर बाधा को दूर करने वाली सरकार है। आज भारत में प्रगति के साथ प्रकृति का संरक्षण करने वाली सरकार है। देशवासियों का आभार कि उन्होंने लगातार दो बार स्थिर सरकार को चुना मेरी सरकार ने देशहित को सर्वोपरि रखा। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, LoC से लेकर LAC तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है।

4. ‘मेड इन इंडिया का फायदा मिलना शुरू हो चुका है’
अपने अभिभाषण में मेड इन इंडिया का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ‘देश को मेड इन इंडिया अभियान और आत्मनिर्भर भारत अभियान का फायदा मिलना शुरू हो गया है। देश में मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता बढ़ रही है और बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत आ रही हैं। मुझे गर्व है कि आईएनएस विक्रांत के रूप में पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट नौसेना में शामिल हुआ। हमारा रक्षा निर्यात भी छह गुना हो गया है। मेरी सरकार ने innovation और entrepreneurship पर निरंतर अभूतपूर्व बल दिया है। आज हमारे युवा अपने इनोवेशन की ताकत दुनिया को दिखा रहे हैं’।
5. राष्ट्रपति ने महिला सशक्तिकरण पर की बात: महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि- ‘ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता आज हम देख रहे हैं। देश में पहली बार महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में ज्यादा हुई है। महिलाओं के स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ है। आज किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए कोई बंदिश नहीं है। हमारी सरकार में मातृत्व अवकाश को बढ़ाया गया है। मुद्रा योजना की 70 फीसदी लाभार्थी महिलाएं हैं। 3 लाख महिला किसानों को पीएम किसान योजना के तहत 54 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। मुझे यह देखकर गर्व होता है कि आज की हमारी बहनें और बेटियां उत्कल भारती के सपनों के अनुरूप विश्व स्तर पर अपनी कीर्ति पताका लहरा रही हैं।’
6. ‘सरकार ने बिना भेदभाव हर वर्ग के लिए काम किया’
बीते कुछ वर्षों में मेरी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि कई मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के बहुत निकट हैं। मेरी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है। सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं। ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे। अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है।सरकार का लक्ष्य है कि देश का कोई भी तबका भूखा ना सोए। आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं। 7 दशकों में देश में करीब सवा तीन करोड़ घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचा था। जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में करीब 11 करोड़ परिवार पाइप के जल से जुड़े हैं। सरकार ने PM गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे चलाने का निर्णय लिया है।यह संवेदनशील और गरीब-हितैषी सरकार की पहचान है।सरकार ने सदियों से वंचित रहे गरीब, दलित, पिछड़े,आदिवासी समाज की इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है।
7. डिजिटल इंडिया पर रखी बात: राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में डिजिटल इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि-‘मेरी सरकार ने बीते सालों में डिजिटल इंडिया के तौर पर पारदर्शी व्यवस्था तैयार की है। 300 से ज्यादा योजनाओं के करीब 27 लाख करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के खाते में पहुंचे हैं। सरकारी कामों में टेंडर और खरीद के लिए ई-मार्केट प्लेस की व्यवस्था है। कैश लेस व्यवस्था में पारदर्शिता आई है। जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है। बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है। पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। आज ITR भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। आज GST से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।
8. विकास को गति: नॉर्थ ईस्ट और हमारे सीमावर्ती क्षेत्र, विकास की एक नई गति का अनुभव कर रहे हैं। सीमावर्ती गांवों तक बेहतर सुविधाएं पहुंचाने के लिए मेरी सरकार ने Vibrant Villages Programme पर काम शुरू किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी सीमावर्ती क्षेत्रों में अभूतपूर्व infrastructure बीते सालों में तैयार किया गया है। इससे भी, इन क्षेत्रों में विकास को गति मिल रही है।
9. विरासत को मजबूती और विकास को प्राथमिकता: मेरी सरकार ने विरासत को मजबूती देने और विकास को प्राथमिकता देने की राह चुनी है। आज जहां देश में एक तरफ अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ हमारा आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है। हमने केदारनाथ, काशी विश्वनाथ और महाकाल लोक का निर्माण किया तो हर जिले में मेडिकल कॉलेज भी बनवा रहे हैं। एक तरफ आदि शंकराचार्य, बसवेश्वर जैसे संतों के दिखाए रास्ते पर बढ़ रहे हैं, दूसरी तरफ भारत हाईटेक नॉलेज का हब बन रहा है।
10. गुलामी के हर निशान से मुक्ति पाने का प्रयास: राष्ट्रपति ने कहा देश गुलामी के हर निशान और हर मानसिकता से मुक्ति पाने का प्रयास कर रहा है। कभी जो राजपथ था, वो कर्तव्य पथ है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा हर भारतीय को गौरवान्वित कर रही है। अंडमान निकोबार में भी हमने नेताजी को सम्मान किया। यहां आईलैंड नेताजी को समर्पित किया है। परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर 21 द्वीपों का नामकरण भी किया है।नेशनल वार मेमोरियल आज राष्ट्रीय शौर्य का प्रतीक है। नौसेना को शिवाजी महाराज का प्रतीक मिला है। भगवान बिरसा मुंडा जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालय बन रहे हैं। हर प्रधानमंत्री के योगदान को दिखाने वाला प्रधानमंत्री संग्रहालय बनाया गया है।
11. विकास के लिए सरकार की गति अभूतपूर्व : देश के विकास के लिए सरकार जिस गति से काम कर रही है, वो अभूतपूर्व है। गरीबों के लिए हर रोज 11 हजार घर बने हैं। हर रोज ढाई लाख लोग ब्रॉडबैंड से जुड़े। 55 हजार से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए। 700 करोड़ का लोन दिया गया। हर महीने एक मेडिकल कॉलेज बना है। हर दिन 2 कॉलेज की स्थापना हुई है। हर हफ्ते एक यूनिवर्सिटी बनी है।ग्राम सड़क योजना में 2014 3.81 लाख किलोमीटर बनी थी। 8 साल में ये नेटवर्क 7 लाख किलोमीटर से ज्यादा हो गया है। 99 फीसदी से ज्यादा बस्तियां सड़कों से जुड़ चुकी हैं।
12. आतंकवाद के खिलाफ भारत को मिल रहा साथ: आतंकवाद के खिलाफ भारत की आवाज हर मंच पर सुनी जा रही है। UN में भारत ने आतंकवाद पर अपनी भूमिका को साफ किया। साइबर सिक्योरिटी की चिंताओं को भी सरकार दुनिया के सामने रख रही है। सैन्य शक्ति के आधुनिकीकरण पर हम जोर दे रहे हैं।