देवरिया न्यूज़

: :

तुर्की-सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6500 के पार, 30 हजार से ज्यादा घायल

 

देवरिया । तुर्की के लिए सोमवार का दिन आफत लेकर आया। तड़के करीब 4 बजकर 17 मिनट पर भूकंप के पहले झटके ने कई जिंदगियां छीन लीं। इसके बाद लगातार आते रहे भूकंप के झटकों ने कई बड़े शहरों को मलबे में तब्दील कर दिया। इस बीच एक्सपर्ट्स ने बताया कि यह भूकंप इतना ताकतवर था कि इससे तुर्की 10 फीट तक खिसक गया है।

तुर्की और सीरिया में अब तक भूकंप से 6200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति अर्दोगन ने देश के दस प्रांतों में तीन महीने के लिए इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई है। स्कूलों को 13 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। भारत समेत 70 देशों ने तुर्की के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। राहत बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। पूरे विश्व समुदाय की ओर से राहत सहायता प्रदान की जा रही है।

एनडीआरएफ की टीम तुर्की रवाना

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और नागरिक सुरक्षा ( एनडीआरएफ ) की टीम तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप के बाद तबाही से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए रवाना हो गई। एनडीआरएफ की टीम डॉग स्क्वायड के साथ आवश्यक उपकरण लेकर गई है। विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों की एक टीम गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से तुर्की में खोज और बचाव कार्यों के लिए रवाना हुई है।

एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व कर रहे एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट, दीपक तलवार ने एजेंसी से बात करते हुए कहा,’ इस टीम में 47 एनडीआरएफ कर्मी और तीन वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं जो संयुक्त राष्ट्र के दिशानिर्देश के अनुसार राहत बचाव कार्य में शामिल होंगे। उन्होंने आगे कहा, ‘हमें दो टीमों के लिए ऑर्डर मिला है।

भारत की मानवीय मदद को लेकर तुर्की ने किया दिल से धन्यवाद

भारत की ओर से तुर्की को दी जाने वाली मानवीय मदद को लेकर तुर्की ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए धन्यवाद कहा है। भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने कहा कि दोस्त तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द है। तुर्की में एक कहावत है कि जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही सच्चा दोस्त होता है। बहुत-बहुत धन्यवाद।

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *