देवरिया न्यूज़

: :

अब ‘ऑल इंडिया रेडियो’ नहीं सिर्फ ‘आकाशवाणी’ से सुनेंगे कार्यक्रम, इन्होंने दिया था नाम

देवरिया। प्रसार भारती ने रेडियो सेवा के लिए ‘ऑल इंडिया रेडियो’ की जगह सिर्फ ‘आकाशवाणी’ का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। सार्वजनिक प्रसारक प्रसार भारती की रेडियो सर्विस को अब ‘ऑल इंडिया रेडियो’ नहीं बल्कि आकाशवाणी’ कहा जाएगा। आकाशवाणी की महानिदेशक वसुधा गुप्ता ने एक आदेश जारी कर कानून में किए गए उल्लेख अनुसार इस वैधानिक प्रावधान को तत्काल प्रभाव से लागू करने का अनुरोध किया है। प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहा- ‘यह सरकार का बहुत पुराना फैसला है जिसे अबतक लागू नहीं किया गया था लेकिन अब इसे लागू किया जा रहा है।’


प्रसार भारती अधिनियम में पहले से ही है उल्लेख
आकाशवाणी नाम प्रसार भारती अधिनियम, 1990 ‘आकाशवाणी’ के अर्थ का उल्लेख किया गया है जिसके अनुसार ‘आकाशवाणी’ का अर्थ उन कार्यालयों, स्टेशनों और अन्य प्रतिष्ठानों से है जो अपनी शुरूआती दिनों में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अखिल भारतीय रेडियो के महानिदेशक का हिस्सा बने या उसके अधीन रहे। इस अधिनियम को 15 नवंबर 1990 को लागू कर दिया गया था।

रविंद्रनाथ टैगोर ने दिया था ‘आकाशवाणी’ नाम
ऑल इंडिया रेडियो को आकाशवाणी नाम प्रसिद्ध कवि रविंद्रनाथ टैगोर ने दिया था। 1939 में कलकक्ता शॉर्टवेव सेवा के उद्घाटन के लिए लिखी गई एक कविता में उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो को आकाशवाणी लिखा था। प्रसार भारती की वेबसाइट में इस बात की भी जानकारी है कि 10 सितंबर 1939 को आकाशवाणी मैसूर नाम से एक प्राइवेट रेडियो स्टेशन भी खोला गया था। आज देशभर में आकाशवाणी के 470 प्रसारण केंद्र हैं, जहां से 23 भाषाओं और 179 बोलियों में विभिन्न कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं।

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *