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Mauni Amavasya 2023: कब है मौनी अमावस्या, इस दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां,जानें शुभ मुहूर्त

देवरिया : हिन्दू पंचांग के अनुसार इस समय माघ का महीना चल रहा है। 6 जनवरी से शुरू हुए इस महीने का समापन 18 फरवरी को होगा। माघ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या कहते हैं। इस दिन मौन रहकर दान और स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है।

शास्त्रों के मुताबिक, मुंह से ईश्वर का जाप करने से जितना पुण्य मिलता है, उससे कहीं गुना ज्यादा पुण्य मौन रहकर जाप करने से मिलता है। मौनी अमावस्या पर ऋषि मनु का जन्म हुआ था। मनु शब्द से ही मौनी की उत्पत्ति हुई। इस साल मौनी अमावस्या 21 जनवरी को पड़ रही है। इसका शुभ मुहूर्त शनिवार को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से शुरू हो रही है और समापन 22 जनवरी को रात 2 बजकर 22 मिनट पर होगा।

मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग लगने जा रहा है। इस योग का निर्माण 22 जनवरी को सुबह 6:30 बजे से लेकर सुबह 7:14 बजे के बीच में होगा। पूरे दिन हर्षण योग भी बना रहेगा। आइए जानते हैं कि मौनी अमावस्या पर कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.

देर तक न सोएं

मौनी अमावस्या के दिन देर तक सोने से बचें। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने की परंपरा है। अगर आप किसी पवित्र नदी में स्नान नहीं कर पाएं है तो घर पर जरूर स्नान कर लें। स्नान करने के बाद सूर्य अर्घ्य देना नहीं भूलें। स्नान से पहले तक मौन रहें, कुछ भी बोलने से बचें।

श्मशान के पास न जाएं

मौनी अमावस्या के दिन श्मशान घाट या कब्रिस्तान में या उसके आस-पास नहीं घूमने से बचें। अमावस्या की रात सबसे घनी काली रात होती है और माना जाता है कि इस समय बुरी आत्माएं या शक्तियां बहुत सक्रिय हो जाती है।

घर में अशंति न फैलाएं

अमावस्या के दिन घर में शांति का माहौल होना चाहिए। इस दिन जिस घर में कलह का माहौल होता है, वहां पितरों की कृपा नहीं होती है।  

लड़ाई-झगड़े से बचें

आज के दिन लड़ाई-झगड़े और वाद-विवाद से बचना चाहिए। इस दिन कड़वे वचन तो बिल्कुल नहीं बोलने चाहिए। 

पीपल की पूजा न करें

अमावस्या के दिन पीपल की पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं, लेकिन शनिवार के अलावा अन्य दिन पीपल का स्पर्श नहीं करना चाहिए। इस साल मौनी अमावस्या 21 जनवरी दिन शनिवार को पड़ रही है। इस दिन पीपल की पूजा न करें।

मांस-मदिरा का सेवन

मौनी अमावस्या के दिन शराब, मांस के सेवन इत्यादि से दूर रहें और सादा भोजन करें। ज्यादा से ज्यादा समय तक मौन रहकर ध्यान करना चाहिए।

शारीरिक संबंध न बनाएं

मौनी अमावस्या पर संयम बरतना चाहिए। इस दिन पुरुष और स्त्री को यौन संबंध नहीं बनाना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार, अमावस्या पर यौन संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान को आजीवन सुख नहीं मिलता है।

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