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IND vs SA: हेनरिक क्लासेन की ‘क्लास’ के आगे फीकी पड़ी भारतीय गेंदबाजी, ऋषभ पंत से हो गई ये चूक

देवरिया : कटक में रविवार को खेले गए दूसरे टी-20 में टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में गेंदबाजों के अलावा बल्लेबाजों ने भी निराश किया। नतीजा यह रहा कि मेहमान टीम ने चार विकेट से जीतकर सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली। हार के बाद ऋषभ पंत की कप्तानी पर भी फिर सवाल उठे। कई दिग्गजों ने इस युवा कप्तान पर निशाना तो कुछ क्रिकेट पंडितों ने पंत की रणनीति पर भी सवाल उठाए। आइए उन 5 कारणों पर नजर डालते हैं जिनकी वजह से टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा।

सलामी बल्लेबाजों से नहीं मिली अच्छी शुरुआत

केएल राहुल और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन को ओपनिंग करने का मौका मिल रहा है। किशन के बल्ले से तो फिर भी रन निकल रहे हैं मगर गायकवाड़ में वो आत्मविश्वास नहीं दिख रहा जिसके साथ वह आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बल्लेबाजी किया करते हैं। गायकवाड़ दूसरे टी-20 में पहले ही ओवर में आउट हो गए। वहीं किशन अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तबदील नहीं कर पाए। टी-20 मैच जीतने के लिए सलामी जोड़ी का रोल काफी अहम होता है।

भारतीय बल्लेबाजों को स्ट्राइकरेट पर ध्यान देने की जरूरत

टी-20 क्रिकेट में बल्लेबाजों का स्ट्राइकरेट काफी अहम रोल अदा करता है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी-20 में ईशान किशन ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज थे जिनका स्ट्राइकरेट 150 के पार था। वहीं श्रेयस अय्यर ने 114.29, दिनेश कार्तिक ने 142.86 और हर्षल पटेल ने 133.33 के स्ट्राइकरेट से रन बनाए। इनके अलावा सभी बल्लेबाज 100 के स्ट्राइकरेट से नीचे रहे। कार्तिक का भी यह स्ट्राइकरेट आखिरी कुछ गेंदों में बदला, पहली 16 गेंदों पर कार्तिक के बैट से मात्र 9 ही रन निकले थे।

गेंदबाज लुटा रहे हैं रन

भुवनेश्वर कुमार और आवेश खान ने भारत को अच्छी शुरुआत दी थी दोनों खिलाड़ियों ने शुरुआत में मेहमान टीम पर दबाव बनाया हुआ था, मगर बीच के ओवरों में बाकी गेंदबाजों से उन्हें साथ नहीं मिला। हार्दिक पांड्या ने 10.30, युजवेंद्र चहल ने 12.20 तो अक्षर पटेल ने 19.00 की इकॉन्मी से रन लुटाए। बीच के ओवरों में फील्ड रिस्टिकन नहीं होती ऐसे में इन गेंदबाजों से कसी हुई बॉलिंग की उम्मीद रहती है, मगर दूसरे टी20 में भारत ऐसा करने में असफल रहा।

क्लासेन की शानदार क्लास

हेनरिक क्लासेन को इस मुकाबले में चोटिल क्विंटन डी कॉक की जगह प्लेइंग इलेवन में मौका मिला था। इस अफ्रीकी खिलाड़ी ने मौके को दोनों हाथों से लपका और 81 रनों की तूफानी पारी खेलकर टीम को अहम जीत दिलाई। क्लासेन 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे जब टीम ने पावरप्ले में तीन विकेट खो दिए थे। इसके बाद पहले इस बल्लेबाज ने टीम को मुश्किल से निकाला और फिर भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। इस पारी के दौरान उनका स्ट्राइकरेट 176.09 का रहा।

ऋषभ पंत की कप्तानी में चूक

अभी तक खेल गए दो मुकाबलों में ऋषभ पंत की कप्तानी समझ के थोड़ी परे है। पंत ने दूसरे टी-20 में अक्षर पटेल को दिनेश कार्तिक से ऊपर भेजा वहीं गेंदबाजी के दौरान उन्हें एक ही ओवर दिया। अगर पंत एक अतिरिक्त बल्लेबाज चाहते हैं तो अक्षर से बेहतर विकल्प दीपक हुड्डा साबित हो सकते हैं। अगर अक्षर से एक ही ओवर गेंदबाजी करानी है तो क्या उनकी जगह रवि बिश्नोई को मौका दिया जा सकता है।

इसके अलावा पंत की गेंदबाजों को रोटेट करने की रणनीति भी काफी खराब थी। आखिरी पांच ओवर में साउथ अफ्रीका को 34 रनों की और भारत को विकेट की दरकार थी तो पंत ने भुवी, आवेश या हर्षल पटेल की जगह चहल के साथ जाने का फैला किया। इस ओवर में चहल को 23 रन पड़े और मैच वहीं समाप्त हो गया। पंत को आगे आने वाले मैचों में अपने फैसलों पर सुधार करने की जरूरत है।

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