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क्या है केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना, जिसके समर्थन और विरोध में बंट गए हैं लोग

देवरिया : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून को देश की तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ’ योजना का एलान किया। इस योजना के तहत युवाओं को सेना में चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। इसके तहत सेना ज्वॉइन करने वाले युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। लेकिन एलान के साथ ही ये योजना विवादों में घिर गई और देश के कई राज्यों में युवाओं ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। युवाओं का कहना है कि उन्हें 4 साल की भर्ती नहीं चाहिए। सर्विस पीरियड के बाद वे बेरोजगार हो जाएंगे और भविष्य का कोई विकल्प सरकार ने नहीं दिया है। युवाओं ने कहा कि जिस नौकरी के लिए वे 4 साल से ज्यादा मेहनत करते हैं, उसके लिए सिर्फ 4 साल की नौकरी क्यों करें।
आइए आपको बताते हैं कि ये ‘अग्निपथ’ योजना क्या है।
• इस योजना के तहत युवाओं को सेना में चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। इन युवाओं को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा।
• ‘अग्निपथ’ योजना के तहत इस साल 46 हजार युवाओं को सहस्त्र बलों में शामिल किया जाना है।
• ‘अग्निवीरों’ की उम्र 17 से 21 साल के बीच होगी। नौकरी के दौरान उन्हें 30-40 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिलेगा।
• ‘अग्निवीरों’ को नौकरी छोड़ते वक्त सेवा निधि पैकेज मिलेगा।
• इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को सेना से जोड़ना है।
• इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले ज्यादातर जवानों को चार साल बाद सेवामुक्त कर दिया जाएगा। सिर्फ 25 फीसदी जवान ही अपना नौकरी जारी रख सकेंगे।
• इस योजना से युवाओं को सेना में अपनी सेवा देने का अवसर मिलेगा साथ ही रोजगार के लिए भी एक नया रास्ता खुलेगा।
• ‘अग्निवीरों’ के रूप में सेवा दे चुके युवाओं को आगे भी नौकरी में इसका फायदा मिलेगा।
• इसके अलावा सेना में सेवा देने से देश की युवा पीढ़ी अनुशासित तो होगी ही, देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी भी बढ़ेगी।

कौन-कौन बन सकता है ‘अग्निवीर’ ?
‘अग्निपथ’ योजना के तहत महिला और पुरुषों दोनों की भर्ती की जाएगी। ‘अग्निपथ’ योजना में भर्ती होने वाले युवाओं के लिए नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मेडिकल और फिजिकल पैमानों में कोई छूट या बदलाव नहीं किया गया है, जो सेना में भर्ती के नियम हैं, वही लागू होंगे।
10 हफ्ते से 6 महीने तक होगी ट्रेनिंग
उम्र और फिजिकल, मेडिकल पैमानों पर खरा उतरने के बाद युवाओं को 10 हफ्ते से लेकर 6 महीने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें हर उस परिस्थिति का सामना करना सिखाया जाएगा, जिनसे सेना में काम करते हुए उनका सामना हो सकता है।
क्या होगा अग्निवीरों का वेतन?
रक्षा मंत्रालय के अनुसार ‘अग्निपथ’ योजना के तहत युवाओं आकर्षक वेतन का भी प्रावधान है। उन्हें पहले साल 4.76 लाख का सालाना पैकेज मिलेगा, जो चौथे साल आते-आते तक बढ़कर 6.92 लाख तक पहुंच जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी. इस पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.

नौकरी के बाद भी मिलेंगे मौके
‘अग्निवीरों’ की सेवा सेनाएं 4 साल लेंगी। 4 साल के बाद सेना ‘अग्निवीरों’ की प्रतिभा के आधार पर 25 फीसदी ‘अग्निवीरों’ को रेग्युलर कैडर में शामिल करेगी। जिन 75 फीसदी ‘अग्निवीरों’ को रिटायर कर दिया जाएगा, उन्हें भी दूसरी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी जिससे आगे भी उऩका भविष्य उज्ज्वल रहेगा।

हालांकि सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक इस योजना का तेज विरोध देखने को मिला है। बिहार से शुरू हुआ प्रदर्शन उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश तक पहुंच गया। बिहार में ट्रेनें जलाई गईं और सड़कों पर बड़ी संख्या में युवा नजर आए। सरकार ने कई माध्यमों से अपना पक्ष भी रखा है। फिलहाल सहमति की राह नहीं दिखाई पड़ रही ।

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