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अतीक-अशरफ मर्डर केस की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित, विपक्ष ने कहा- यूपी में जंगलराज

देवरिया। प्रयागराज के माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। शनिवार रात 3 बंदूकधारी हमलावरों ने हत्या कर दी थी। हत्या के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। इस घटना के बाद विपक्ष के सभी नेताओं ने उत्तर प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
अतीक और अशरफ के हमलावरों की पहचान लवलेश तिवारी, सन्नी और अरुण मौर्य के रूप में की गई है। इनमें से सन्नी हमीरपुर जीले का रहने वाला है। वहीं लवलेश तिवारी बांदा और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। अतीक और अशरफ के शवों का पोस्टमार्ट कर अंतिम संस्कार कर दिया गया है।


2 महीने में रिपोर्ट सौंपेगी न्यायिक आयोग
अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है। इस आयोग का गठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गृह विभाग ने किया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी की अगुवाई में जांच की जाएगी। पूर्व डीजीपी सुबेश सिंह और पूर्व जज बृजेश सोनी भी आयोग के सदस्य हैं। जांच आयोग को 2 महीने में जांच में पूरी कर रिपोर्ट पेश करनी होगी।

अवैध हथियारों का हुआ इस्तेमाल
अतीक और अशरफ की हत्या के आरोपियों में से कोई भी प्रयागराज का रहने वाले नहीं है। हमले में इस्तेमाल की गई जिगना पिस्टल तुर्की में बनाई जाती है। पिस्टल की पाकिस्तान से अवैध सप्लाई करने की आशंका है। लवलेश को भी एक दूसरे शूटर की गोली लगी है। उसे इलाज के लिए स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहीं एक पुलिसकर्मी के भी गोली लगने की खबर है। खबर के अनुसार आरोपियों ने अतीक से बड़ा माफिया बनने और लोगों में अपना दहशत बनाने के लिए इस वारदात को अंजाम देने की बात कही है।

सीएम ने भ्रामक प्रचार से बचने की अपील की
अतीक और अशरफ की मौत के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए सीएम ने लोगों को भ्रामक प्रचार से बचने की अपील की है। सीएम ने अधिकारियों को फिल्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। आम जनता को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े इसका भी ध्यान रखने को कहा गया है।

फैसला करना कोर्ट का काम: नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पुलिस को देखना चाहिए था जो जेल में हैं और उसे इलाज या अन्य चीज के लिए बाहर ले जा रहे थे। उसके साथ ऐसा रास्ते में हो जाए तो ये दु:खद है। इसके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। जो भी जेल में जाएगा तो क्या उसे मार देना चाहिए? यह फैसला तो कोर्ट करती है न ?


उत्तर प्रदेश में जंगलराज: महबूबा मुफ्ती
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा- “अतीक अहमद कोई फरिश्ता तो नहीं था लेकिन कस्टडी में इस तरह से हत्या होना, इससे लगता है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। कहीं न कहीं सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले जिसमें 40 जवानों की शहादत हुई, उसमें क्या लापरवाही बरती गई और उसे किस तरह छुपाने की कोशिश की गई। इन बातों से ध्यान हटाने के लिए इसी कड़ी में अतीक और उसके भाई की हत्या हुई है।”


बिहार में कानून व्यवस्था यूपी से बेहतर: जीतनराम मांझी
बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांजी ने कहा –“कानून व्यवस्था की बात करें तो उत्तर प्रदेश के मुकाबले बिहार में कानून व्यवस्था अच्छी है। वहां कोई व्यक्ति अस्पताल जा रहा है उसे गोली मारी जाती है। इसे अकस्मात नहीं कहा जा सकता है। इसे प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया है। यह जांच का विषय है।”

यूपी में खुले आम घूम रहे गुंडे: भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- “योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि यहां से गुंडे भाग गए हैं, लेकिन लोग जेल से बैठकर लोगों की हत्या की साजिश कर रहे हैं। पुलिस के घेरे में गोली मारना कैसे संभव है। गुंडे उत्तर प्रदेश में खुले आम घूम रहे हैं। सारे दावे गलत हैं, उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।”

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