देवरिया: गणेशोत्सव की शुरुआत होने वाली है। आप भी बप्पा को घर लाने और उनकी सेवा की तैयारियों में जुटे होंगे। कहते हैं प्रथम पूज्य गजानन की सेवा करना सबसे आसान होता है। उन्हें मनाना और उनसे अपनी मन की कामना पूरी कराना आसान है। श्री गणेश को सिंदूर, अक्षत और दूब प्रिय है वैसे ही भोग में उन्हें मोदक सबसे अधिक भाता है। भक्त गणेशोत्सव में पूरे 10 दिन अलग-अलग प्रकार के मोदक का भोग लगाकर मंगलमूर्ति को प्रसन्न करते हैं। इस बार आप भी लंबोदर को उनका पसंदीदा मोदक भोग में चढ़ाइए और आशीर्वाद पाइए। हम आपके लिए मोदक बनाने की कुछ विधि लाए हैं जो आपकी मदद करेंगे।
गुड़-नारियल मोदक

सामग्री– चावल का आटा, गुड़ का पाउडर, नारियल किसा हुआ, खस-खस, इलायची पावडर, घी
विधि– 2 कप चावल के आटे में धीरे-धीरे गरम पानी डालकर गूंथ लें और ढक कर 10 मिनट के लिए अलग रख दें और तब तक भरावन की सामाग्री तैयार कर लें। पैन में करीब डेढ़ कप गुड़ डालें और उसे पिघलने दें, गुड़ अच्छी तरह पिघल जाए तो उसमें 2 कप ताजा किसा हुआ नारियल डालें। उसमें 1 टेबल स्पून खस-खस और हाफ टी स्पून इलायची पावडर डालें। अब मिश्रण को ठंडा होने के लिए अलग रख दें। इतनी सामग्री में सामान्य आकार के 21 मोदक बन जाएंगे।
अब तैयार चावल के आटे को मोदक के सांचे में अच्छी तरह घी लगाकर फैला लें और बीच में गुड़-नारियल की तैयार सामाग्री को भरकर सांचे को अच्छी तरह दबाएं और एक्सट्रा चावल के आटे को अलग कर लें। इसी तरह से पूरे मोदक को तैयार कर लें। फिर किसी भी स्टीमर में मोदक को स्टीम कर लें। स्टीमर ना हो तो पतीले में पानी भरकर उपर कपड़ा बांध लें और उसपर मोदक रखकर उपस से ढक दें। अगर आपके पास केले का पत्ता हो तो उससे ही ढकें। अच्छी तरह स्टीम होने से चावल का आटा भी पक जाएगा और अंदर स्टफ की गई सामाग्री भी। सामान्य तापमान पर इसे 2 दिन रखा जा सकता है और लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए फ्रीज में रखें तो ज्यादा अच्छा होगा।
मावा-मोदक

सामाग्री- मावा, शक्कर, इलायची पावडर, घी
विधि- गैस पर धीमा आंच पर पैन गर्म करें और इसमें मावा और शक्कर मिलाकर डालिए। बीच-बीच में इसे धीरे-धीरे चलाते रहिए। मावे और शक्कर को तब तक भूनना है जब तक कि शक्कर पिघल कर मावे में पूरी तरह घुल ना जाए। गाढ़ा हो जाने पर इसमें इलायची पावडर मिला दीजिए, इलायची पावडर मिक्स हो जाने पर गैस बंद कर दीजिए और तैयार मिश्रण को ठंडा होने के लिए अलग रख दीजिए। पूरी तरह ठंडा हो जाने पर तैयार मिश्रण को मोदक के सांचे में अच्छी तरह घी लगाकर भर लें और मोदक का आकार दे दें।
मावा मोदक बनाने की विधि बहुत ही आसान है और स्वाद में बहुत अच्छा। अगर आप भरावन वाली मोदक नहीं बनाना चाहते और आपक कम समय में मोदक तैयार करना है तो यह आपके लिए बहुत मददगार विधि है।
बेसन के मोदक

सामाग्री- बेसन, घी, शक्कर, नारियल खोपरा, इलायची पावडर
विधि- बेसन के मोदक बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन गर्म करें और उसमें एक कप घी गर्म करिए, अच्छी तरह गर्म हो जाने पर उसमें डेढ़ कप बेसन डालिए और आंच धीमी करके लगातार चलाते रहिए ताकि बेसन अच्छी तरह सिक जाए और जले ना। जब बेसन गोल्डन ब्राउन रंग होने तक सिंक जाए तो उसमें पानी के छीटें मारिए जिससे बेसन दानेदार हो जाएगा। अब भुने हुए बेसन को ठंडा होने के लिए अलग रख दीजिए। अब मिक्सर में डेढ़ कप शक्कर पीस लीजिए। भुआ हुआ बेसन हल्का ठंडा हो जाओ तो उसमें इलायची पावडर, खोपरा और पीसी हुई शक्कर मिला लीजिए। अब तैयार मिश्रण को मोदक के सांचे में डालकर मोदक का आकार दे दीजिए और आखिरी में थोड़ा खोपरा ऊपर से गार्निश कर दीजिए। बेसन के स्वादिष्ट और सुंदर दिखने वाले मोदक तैयार हैं।
आटे का मोदक

सामाग्री- गेहूं का आटा, घी, शक्कर, ड्राइ फ्रूट, इलायची पावडर
विधि- गेंहूं के आटे का मोदक बनाने के लिए आप गेंहू को ही पहले अच्छी तरह डाई रोस्ट करके पिसा सकते हैं। पहले ही ड्राय रोस्ट करने से बाद में घी में अधिक देर तक सेंकने की जरूरत नहीं पड़ती और स्वाद भी अच्छा आता है। अगर आपके पास सामान्य आटा है तो डेढ़ कप आटे को एक कप घी गरम करके अच्छी तरह सेंक लें फिर उसमें घी में ही भुना हुआ ड्राय फ्रूट दरदरा पीस कर मिला लें, साथ ही डेढ़ कप शक्कर का पावडर भी मिला लें। आखिर में इलायची पावडर मिक्स करें। मिश्रण के अच्छी तरह ठंडा हो जाने पर सांचे में डालकर मोदक बना लें।
भगवान गणेश आपका जीवन खुशियों से भर दें। मोदक की तरह आपकी जिंदगी भी मीठी हो जाए और गणपति बप्पा का आशीर्वाद मिलता रहे। http://newsdeoria.com/pola-festival-of-chhattisgarh/