देवरिया। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बीरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा में एक युवक की जान जाने के बाद तनाव की स्थिति है। प्रदेश में सियासत भी जोरों पर है। इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। वहीं गांव के पास दो लोगों के शव मिलने से गांव में तनाव का माहौल है। भारतीय जनता पार्टी सरकार को घेर रही है, वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है।

गांव से 7 किलोमीटर मिले 2 शव
बीरनपुर गांव से 6 से 7 किलोमीटर की दूसरी पर दो शव मिले हैं। इन शवों की शिनाख्त पिता-पुत्र के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों बकरी चराने के लिए गांव के बाहर गए थे। पुलिस को आशंका है कि दोनों की हत्या लाठी-डंडे से पीट-पीटकर की गई है।

घटना के विरोध में छत्तीसगढ़ में था बंद
घटना में दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी, जिसके विरोध में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद ने पूरे छत्तीसगढ़ में बंद का आह्वान किया। कुछ जगहों पर सुबह दुकानें खुली दिखी लेकिन दोपहर तक विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने बाजारों में घूमकर दुकानें बंद कराई। प्रदेश में बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। चेंबर ऑफ कॉमर्स ने भी बंद का पूरा समर्थन किया है। बीजेपी ने इस मामले का कड़ा विरोध किया और छत्तीसगढ़ सरकार से कड़ी कार्रवाई और मृतक के परिजनों को सहायता की मांग की थी।

बच्चों की लड़ाई से लेकर हिंसा तक
बेमेतरा जिले से करीब 60 किलोमीटर दूर साजा थाना क्षेत्र में बीरनपुर गांव है जहां शनिवार को स्कूली बच्चों में स्कूल से वापस लौटते वक्त साइकिल चलाने को लेकर मामूली झड़प हुई। एक समुदाय के बच्चे ने दूसरे के हाथ में कांच की बोतल तोड़ दी, जिससे उसके हाथ की हट्टी टूट गई। बच्चे के परिजनों को बात बता चलने पर बात बढ़ी और गांव के दो समुदायों में हिंसा भड़क गई। बात इतनी बढ़ गई कि इस झड़प में 22 साल के युवक की तलवार मारकर हत्या कर दी गई। वहीं 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में पूरे इलाके में धारा 144 लागू करनी पड़ी। मामले में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिसकर्मियों पर हमले के आरोप में अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है।

मृतक के परिजनों ने आरोपियों को फांसी की मांग की
इस हिंसक झड़प में जिस युवक की मौत हुई है उसका अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा व्यव्स्था के बीच कराया गया। मृतक के परिवार वालों ने हत्या के आरोपियों के लिए फांसी की मांग की है। मृतक के पिता ईश्वर साहू ने कहा उनके बेटे के हत्यारों को मौत की सजा से कम नहीं मिलना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ प्रशासन पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने अगर समय पर कार्रवाई की होती तो यह घटना इतना बड़ा रूप नहीं लेती। उन्होंने काफी समय से एक समुदाय को निशाना बनाने की योजना बनाने का भी आरोप लगाया।