देवरिया। ओडिशा में भुवनेश्वर के एक गांव में ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद हर कोई हैरान है।यहां एक शख्स ने चोरी के 9 साल बाद चोरी के गहने वापस लौटाए हैं और ऐसा करने के पीछे बड़ी वजह भी बताई है।दरअसल यहां के ठाकुर जी के मंदिर से किसी ने भगवान का मुकुट और गहने चोरी कर लिए थे लेकिन उसने चोरी के 9 साल बाद चोरी का पूरा सामान वापस मंदिर में लाकर छोड़ दिया। साथ में एक चिट्टी भी लिखी जिसमें उसने गहने वापस करने का कारण भी लिखा था।
सामान के साथ जुर्माना भी छोड़ा और दक्षिणा भी दी
जिस आदमी ने भगवान के गहने चोरी किए थे उसने सामान के साथ, बिना अपना नाम पता बताए एक चिट्ठी भी छोड़ी। चिट्ठी में उसने लिखा कि जब से उसने ठाकुर जी के गहने चोरी किए हैं तब से उसे जीवन में बहुत सी कठिनाइंयों का सामना करना पड़ा। उसने यह भी लिखा की गीता का पाठ सुनने के बाद उसने गहने वापस लौटाने का फैसला लिया। गहनों के साथ उनसे जुर्माने के रूप में 101 रुपए और दक्षिणा के रूप में 201 रुपए भी छोड़े और भगवान से चोरी के लिए माफी मांगी।
9 साल पहले की थी चोरी
इतने सालों में गहनेआरोपी के पास सुरक्षित कैसे रह गए यह भी सोचने वाली बात है। क्योंकि अक्सर चोरी की नीयत रखने वाले आरोपी गहने चोरी करते ही उसे बेच कर जल्द से जल्द पैसे बनाना चाहते हैं। चोरी किए सामानों में ठाकुर जी की चांदी की बांसुरी, छत्र, मुकुट, नयन, प्लेट और एक घंटी शामिल थी। ग्रामीणों ने चोरी की शिकायत भी दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस चोर तक पहुंने में असफल रही थी।
गांव वाले इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं
मंदिर के पुजारी और गांव वालों को जब भगवान के गहनों के वापस आने की खबर मिली तो सभी को खुशी के साथ-साथ आश्चर्य भी हुआ। इतने सालों बाद किसी की नीयत का बदलना और जुर्माना और दक्षिणा के साथ वापस करना उनके लिए भगवान का चमत्कार ही है। लोगों का मानना है कि आरोपी के जीवन चोरी के बाद जो कठिनाइंया आई वो भगवान के द्वारा उसे दी गई सजा है।