देवरिया। उत्तर प्रदेश सरकार अब राशन वितरण प्रणाली में बड़ा बदलाव लाने जा रही है। हरियाणा और उत्तराखंड के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी अनाज वितरण के लिए अनाज एटीएम लगने जा रहा है। इसके लिए संबंधित विभाग और अधिकारियों के खाका खींच दिया गया है। अब इंतजार अनाज एटीएम लगाए जाने का है।

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 3 जगहों पर अनाज एटीएम
फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ में सरकारी राशन दुकानों में अनाज एटीएम लगाए गए हैं। अब तक सभी राशन दुकानों में एक ई-पास मशीन लगी होती है जिस पर कार्डधारक अपना अंगूठा लगाता है तब एक पर्ची निकलती है, पर्ची के अनुसार कार्डधारक को अनाज मैनुअली तौलकर दिया जाता है।
अनाज एटीएम लगने से क्या हैं फायदे
अनाज एटीएम लगने लगने से राशन दुकानों में होने वाली काला बाजारी और राशन की हेराफेरी में काफी हद तक लगाम लग सकती है। अनाज एटीएम डायरेक्ट ई-पास मशीन से कनेक्टेड होगी। जैसे ही ग्राहक मशीन में अंगूठा लगाएगा, उसके कार्ड के अनुसार एटीएम मशीन उतना अनाज देगी। ग्राहक को सिर्फ अपना थैला मशीन के नीचे लगाने की जरूरत होगी। जिस तरह से पैसे निकालने पर अकाउंट में बचे पैसों का डिटेल एक पर्ची पर प्रिंट होकर मिलती है, वैसे ही अनाज एटीएम से भी अनाज निकलने के बाद कौन सा अनाज मिला और कितना मिला इसकी जानकारी के लिए एक पर्ची भी मिलेगी।
करना होगा थोड़ा इंतजार
फिलहाल मार्केट में अनाज एटीएम उपलब्ध नहीं है। तीन शहरों में लगाए गए एटीएम ‘यूएन वर्ल्ड फूड प्रोग्राम’ की ओर से लगाए गए हैं। अभी इसकी कीमत 15 से 18 लाख रुपए है। हालांकि अनाज एटीएम के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।