देवरिया। अंडर वाटर मेट्रो ट्रेन के सफल ट्रायल के साथ भारत के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। भारत में पहली बार ऐसा होगा जह किसी नदी के नीचे से मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरु किया जाएगा। नदी के नीचे से जब पहली बार मेट्रो ट्रेन सफलता पूर्वक गुजरी तो गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई। कोलकाता मेट्रो ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है।

हुगली नदी में बनी 520 मीटर टनल
जब किसी ट्रेन या मेट्रो के रास्ते में नदी आती है तो सामान्यतौर पर ब्रिज बनाया जाता है। लेकिन कोलकाता मेट्रो ने इस बार अपने दम पर बिना किसी विदेशी सहायता के नदी के नीचे से मेट्रो को गुजारने के लिए टनल बनाने की योजना बनाई। इसके लिए हुगली नदी के नीचे 520 मीटर टनल बनाकर उसपर मेट्रो के लिए ट्रैक बनाई गई है। बुधवार को इस अंडर वाटर ट्रैक पर मेट्रो को सफलता पूर्वक गुजार कर कोलकाता मेट्रो ने इतिहास रच दिया है।

अब भारत भी अंडर वाटर मेट्रो वाले देशों में शामिल
कोलकाता मेट्रो ने अंडर वाटर मेट्रो का सफल संचालन कर भारत के नाम नया किर्तीमान स्थापित किया है। अब भारत भी उन चंद देशों की सूची में शामिल हो गया है जो अंडर वाटर मेट्रो का संचालन कर रहे हैं। लंदन, पेरिस, न्यूयॉर्क, शंघाई और काहिरा में नदी के नीचे से मेट्रो का संचालन किया जा रहा है।
इसी साल शुरू हो सकती है सेवा
जानकारी के अनुसार अभी 7 महीने ट्रायल चलेगा। इसके बाद इसे जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा। अंडर वाटर मेट्रो शुरू होने के हावड़ा देश का सबसे गहराई वाला मेट्रो स्टेशन बन जाएगा जो सतह से 33 मीटर गहरा होगा। 520 मीटर टनल को मेट्रो 45 सेकेंड में कवर कर लेगी।