देवरिया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रार को गोरखपुर और काशी के दौरे पर रहे। पीएम करीब 2.15 बजे गोरखपुर पहुंचे वहां पर सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री सबसे पहले गीता प्रेस के लिए निकले। प्रधानमंत्री का काफिला एयरपोर्ट से निकलकर नंदा नगर होकर गुजरा। जहां पर जगह-जगह कार्यकर्ता उनके स्वागत के लिए खड़े थे। सभी ने हाथ हिलाकर मोदी जी का अभिनंदन किया और उनकी गाड़ी पर पुष्प वर्षा की। पीएम ने भी गाड़ी से हाथ दिखाकर सभी का अभिवादन किया।

गीता प्रेस के कार्यक्रम में हुए शामिल
पीएम मोदी गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में शामिल हुए, जहां उन्होंने पहली बार आर्ट पेपर पर प्रकाशित की गई शिवपुराण और नेपाली भाषा में प्रकाशित शिव महापुराण का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के दौरान गीता प्रेस के ट्रस्टीकार्यक्रम के दौरान गीताप्रेस के ट्रस्टी देवीदयाल अग्रवाल ने कहा कि –“गांधी शांति पुरस्का्र मिलना सनातनधर्मिीयों के लिए गौरव का विषय है। सौ वर्ष की यात्रा पूरी कर अब हम आगे बढ़ चुके हैं। देशभर में 15 भाषाओं में 1800 तरह की पुस्त कें हैं। सुदूर देश में उनकी भाषा में साहित्य उपलब्धस कराया जा रहा है। गीताप्रेस एप पर भी काम कर रहा है।”

100 साल के सफर को आगे बढ़ा रहा है गीता प्रेस: योगी
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- “गीता प्रेस में 100 वर्षों में अनेक उतार-चढ़ाव को देखते हुए करीब 100 करोड़ प्रकाशन करने की ओर अग्रसर है। यह भारतीयों को सम्मानित करता है। गीता प्रेस अपने इस 100 साल के सफर को आगे बढ़ा रहा है। यहां 75 साल में कोई प्रधानमंत्री नहीं आया आज पीएम मोदी ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिया।”
गीता प्रेस एक संस्था नहीं एक जीवंत आस्था है: प्रधानमंत्री
गीता प्रेस के कार्यक्रम में दिए अपने संबोधन में पीएम ने कहा- “ जब संतों का आशीर्वाद फलिभूत होता है। तब ऐसे संस्थान बनते हैं। मुझेचित्रमय और नेपाली भाषा के शिव पुराण का सौभाग्य मिला है। गीता प्रेस विश्व की इकलौती ऐसी संस्था है, जो एक जीवंत आस्था है। करोड़ों लोगों के लिए ये संस्थान किसी मंदिर से कम नहीं। इसके काम और नाम में गीता है। जहां गीता है, वहां कृष्ण है। वहां करुणा है, ज्ञान भी है। वहां विज्ञान का शोध भी है।”

गोरखपुर को मिली वंदे भारत की सौगात
गीता प्रेस के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। स्टेशन पर उन्होंने पहले स्टेशन के नए मॉडल की आधारशिला रखी। उसके बाद वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर लखनऊ के लिए रवाना किया। वंदे भारत को रवाना करने से पहले उन्होंने ट्रेन के अंदर जाकर सुविधाओं का निरीक्षण किया और ट्रेन में बैठे बच्चों से बात भी की।