देवरिया। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। जैसिंडा ने पद छोड़ने का एलान कर सबको चौंका दिया है। अगले महीने यानी फरवरी की 7 तारीख को प्रधानमंत्री के तौर पर उनका अंतिम दिन होगा। न्यूजीलैंड में अक्टूबर में चुनाव होने वाले हैं तब तक जैसिंड एक सांसद के तौर पर काम करेंगी। वो आने वाले चुनाव में भी हिस्सा भी नहीं लेंगी।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने की तारीफ
जैसिंडा के प्रधानमंत्री पद छोड़ने के ऐलान के बाद भारत के राजनीतिक गलियारे भी गरमा गए हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर जैसिंडा के इस फैसले की तारीफ करते हुए कहा- “दिग्गज क्रिकेट कमेंटेटर विजय मर्चेंट ने एक बार उस समय रिटायरमेंट की बात कही थी जब उनका करियर पीक पर था, तब उन्होने कहा था कि तब जाओ जब लोग कहें कि क्यों जा रहे हो, ना कि तब जब लोग पूछें कि ये जा क्यों नहीं रहा। उनकी इसी बात का पालन करते हुए न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा आर्डर्न ने अपना पद छोड़ने का ऐलान किया है। भारतीय राजनीति में भी उनके जैसे लोगों की जरूरत है”।
अब मुझमें उतनी ऊर्जा नहीं: जैसिंडा
जैसिंडा अर्डर्न ने पद से इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि- “अब मुझे नहीं लगता कि मुझमें उतनी ऊर्जा बची है कि अपने पद की जिम्मेदारियों के साथ न्याय कर सकूं, जबकि मेरे दूसरे साथी इसके लिए बेहतर हैं। अचानक इस्तीफे के पीछे कोई और कारण या ऐंगल नहीं है। मैं भी एक इंसान हूं और मैंने छुट्टियों के दौरान यह प्लान बनाया था। हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है वो आगे भी चुनाव जीत सकती है”।
सबसे युवा प्रधानमंत्रियों में से एक हैं जेसिंडा
साल 2017 में जब जेसिंडा न चुनाव जीता था तब वो केवल 37 साल की थीं। जेसिंडा दुनियां की सबसे कम उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले युवा प्रधानमंत्रियों में से एक हैं। कोरोना महामारी के दौरान में न्यूजीलैंड में अपने जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने और स्थिति से अच्छी तरह से निपटने के लिए भी उनका नाम सामने आया था। उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर साढ़े पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। अपने कार्यकाल के दौरान ही उन्होंने अपने बच्चे को भी जन्म दिया था।



