देवरिया। भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट भाई दूज के दिन वैदिक मंत्रोच्चार, अनुष्ठान और सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच बंद कर दिए गए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि इस वर्ष कपाट खुलने के बाद लगभग 16 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। वहीं इस वर्ष यात्रा काल में 4 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए।

हर वर्ष भाई दूज पर केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाते हैं। धाम के कपाट बंद होने पर भगवान केदारनाथ की पंच मुखी चल विग्रह डोली को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ ले जाया जाता है। अगले 6 महीने बाबा केदार की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में की जाती है। केदारनाथ धाम के कपाट हर साल वैशाख (मार्च-अप्रैल) माह में खोले जाते हैं। करीब 6 महीने तक यहां यात्रा और दर्शन के लिए लोग आते हैं।

इससे पहले गोवर्धन पूजा एवं अन्नकूट पर्व के पावन अवसर पर मां गंगा को समर्पित गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए पारंपरिक विधि-विधान के साथ बंद कर दिए गए थे।

फोटो सौजन्य- Uttarakhand tourism (ट्विटर पेज)