देवरिया। केंद्र सरकार ने कुछ FDC यानी फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवाओं पर बैन लगा दिया है। यह सभी ऐसी कॉम्बिनेशन वाली दवाएं होती हैं जो तुरंत राहत पहुंचाती हैं, लेकिन लंबे समय में ये शरीर को और बीमार बनाती हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद यह फैसला लिया है। ये प्रतिबंध 1940 के ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट की धारा 26 ए के तहत लगाए गए हैं।
सरकार की ओर से जारी हुई अधिसूचना
सरकार का कहना है कि इन दवाओं का किसी प्रकार का मेडिकल औचित्य नहीं है। सरकार ने इसके लिए एक विशेषज्ञ सलाहकार समिति गठित की थी, जिसने पिछले साल अप्रैल में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन दवाओं पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में अधिसूचना जारी कर जानकारी दी है। तुरंत राहत देने वाली कुल 14 दवाओं के नाम प्रतिबंधित होने वाली सूची में शामिल हैं।
प्रतिबंध दवाओं की सूची जानिए-
1. निमेसुलाइड+पैरासिटामॉल
2. क्लोरफेनिरामाइन+कोडीन सिरप
3. फोल्कोडाइन+प्रोमोथाजीन
4. एमोक्सिसिलिन+ब्रोमहेक्सिन
5. ब्रोमहेक्सिन+डेक्सट्रोमथॉर्फन+अमोनियम क्लोराइड मेंथॉल
6. पेरासिटमोल+ब्रोमहेक्सिन फेनिलेफ्राइन+क्लोरफेनिरामाइन
7. सालबुटामॉल+क्लोरफेनिरामाइन
क्या हैं FDC दवाएं
एफडीसी दवाएं वे दवाएं होती हैं, जो दो या दो से अधिक दवाओं के कॉम्बिनेशन से तैयार की जाती हैं। इसलिए इन दवाओं को कॉकटेल दवाएं भी कहा जाता है। 2016 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर विशेषज्ञों का पैनल तैयार किया गया था। इस पैनल ने कहा था कि इन दवाओं को बिना वैज्ञानिक डेटा के लोगों को बेचा जा रहा था। जिन दवाओं पर बैन लगाया गया है वे ऐसी ही कॉम्बिनेशन वाली दवाएं हैं।
