देवरिया : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने गुरुवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाया कि भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेटरों को प्रति मैच समान वेतन मिलेगा। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्विटर पर इसकी घोषणा करते हुए लिखा, ‘भेदभाव को संभालने में बीसीसीआई के पहले कदम की घोषणा करके मैं खुश हूं। हम हमारे अनुबंधित महिला क्रिकेटरों के बराबर वेतन की रणनीति लागू कर रहे हैं। पुरुष और महिला क्रिकेटरों दोनों के लिए मैच फीस समान होगी क्योंकि हम भारतीय क्रिकेट में लैंगिक समानता के एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं।’
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में तरक्की दिखाई है, जिसके चलते यह फैसला लिया गया है। भारतीय महिलाओं ने 2020 महिला टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में प्रवेश किया, महिला एशिया कप 2022 का खिताब जीता और कॉमनवेल्थ गेम्स में रनर्स-अप रहते हुए सिल्वर मेडल जीता। महिला खिलाड़ियों के लिए यह खबर बेहद राहत भरी है, जिन्हें पहले एक साल का 50 लाख रुपए मिलता था। यह ग्रेड सी में अनुबंधित पुरुष खिलाड़ियों की तुलना में आधा वेतन था। यह केंद्रीय अनुबंध से यह फीस अलग है।
सचिव जय शाह की घोषणा के मुताबिक महिला खिलाड़ी को प्रत्येक मैच खेलने में पुरुष की बराबरी का वेतन मिलेगा। इसका मतलब है कि एक टेस्ट खेलने पर 15 लाख, एक वनडे खेलने पर 6 लाख और एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने पर 3 लाख रुपए मिलेंगे। महिला खिलाड़ियों के लिए करीब 1500 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, जिन्हें पहले लगभग 20,000 रुपए मिलते थे। बता दें कि अनुबंधित फीस सभी (पुरुष और महिला) क्रिकेटरों के लिए फिक्स पेमेंट होता है और अनुबंधित समझौते से अलग मैच फीस का भुगतान किया जाता है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम को केंद्रीय अनुबंध 2021-22 में मिलने वाली रकम
- श्रेणी ए (50 लाख)
- श्रेणी बी (30 लाख)
- श्रेणी सी (10 लाख)
ए – हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, पूनम यादव, दीप्ति शर्मा, राजेश्वरी गायकवाड़।
बी – मिताली राज, झूलन गोस्वामी, तानिया भाटिया, शैफाली वर्मा, पूजा वस्त्राकर।
सी – पूनम रउत, शिखा पांडे, जेमिमा रॉड्रिग्ज, ऋचा घोष, हरलीन देओल, अरुधंती रेड्डी और स्नेह राणा।
अब अगर इसकी तुलना हम पुरुष ग्रेड लिस्ट से करें तो बहुत बड़ा अंतर नजर आता है। पुरुषों में न सिर्फ ए प्लस श्रेणी है, इसमें सबसे कम श्रेणी वालों को 1 करोड़ रुपये मिलता है,जो ए ग्रेड में शामिल महिला खिलाड़ियों की रकम से दोगुना है।
भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम को केंद्रीय अनुबंध 2021-22 में मिलने वाली रकम
- श्रेणी ए प्लस – 7 करोड़
- श्रेणी ए – 5 करोड़
- श्रेणी बी – 3 करोड़
- श्रेणी सी – 1 करोड़
- अब तक औसतन इतने रुपये मिलते थे महिलाओं को
अब तक सीनियर महिला क्रिकेटर्स को घरेलू क्रिकेट में प्रतिदिन मैच के लिए 20 हजार रुपये फीस मिलती थी। यह किसी अंडर-19 पुरुष क्रिकेटर के लगभग बराबर थी। जबकि सीनियर पुरुष खिलाड़ी प्रतिदिन मैच फीस के तौर पर औसतन 60 हजार रुपये कमाई करते हैं। ऐसे में यह महिला और पुरुषों के बीच एक बड़ा अंतर था। मगर अब यह भेदभाव भी दूर हो जाएगा। 2022 से पहले महिला क्रिकेटरों को मैच फीस के तहत सिर्फ 12,500 रुपये दिए जाते थे।
बता दें कि अभी महिला क्रिकेटर को किसी एक वनडे या टी-20 इंटरनेशनल मैच के लिए 1 लाख रुपये मिलते हैं। जबकि एक टेस्ट मैच के लिए 4 लाख की फीस मिलती है। (एक लाख रुपये प्रति दिन)। बीसीसीआई के ऐलान के बाद अब महिला टीम को पुरुष टीम जितनी ही मैच फीस मिलेगी।
पुरुषों को कितनी मैच फीस मिलती है?
- एक टेस्ट मैच: 15 लाख रुपये
- एक वनडे मैच: 6 लाख रुपये
- एक टी20 मैच: 3 लाख रुपये