देवरिया। विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में सियासी पारा हाई हो गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सरकार गिराने वाले बयान पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट का पलटवार आया है। पायलट ने कहा कि गहलोत के भाषण से ऐसा लग रहा है मानो उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे हैं। उन्होंने 11 मई से भ्रष्टाचार और जनता के मुद्दों को लेकर जन संघर्ष यात्रा निकालने की बात कही है।
ऐसा लगता है गहलोत की नेता सोनिया नहीं राजे हैं: पायलट
पायलट ने कहा “मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए, विरोधाभाष को समझाना चाहिए।“
मुझे बहुत कुछ कहा गया लेकिन पार्टी के लिए चुप रहा: पायलट
सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें गद्दार के साथ-साथ बहुत कुछ कहा गया। उन्होंने कहा “मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था लेकिन हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे। लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है।”
11 मई से निकालेंगे जन संघर्ष यात्रा
पायलट ने जानकारी दी कि वे 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा “हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। जनता के बीच जाकर, जनता की आवाज सुनेंगे। जनता के मुद्दे उठाएंगे। जनता के बीच जाना हमारा दायित्व है। करप्शन, नौजवानों के हितों से जुड़े मुद्दे जन संघर्ष यात्रा में उठाए जाएंगे। ये यात्रा लोगों के हितों के लिए, करप्शन के खिलाफ, नौजवानों के संरक्षण के लिए है, सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का प्रेशर और हमारा साथ होगा।