देवरिया।उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह नमामि गंगे की साइट पर करंट फैलने से 16 लोगों की जान चली गई। दरअसल चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमानि गंगे प्रोजेक्ट का काम चल रही था, उसी जगह पर अचानक करंट फैल गया जिसमें वहां मौजूद लोग बुरी तरह झुलस गए। हादसे में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुंकदीलाल की भी मौत हो गई।
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या
हादसे में की लोग बुरी तरह झुलस भी गए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर ने 16 लोगों की मौत की पुष्टि की और बताया की हादसे में जो लोग झुलसे हैं उनमें कई लोगों की हालत गंभीर है। हादसा बेहद खतरनाक था करंट से आसपास के तारों को भी चपेट में ले लिया था। मृतकों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है। हादसे के वक्त वहां पर करीब 24 लोग मौजूद थे।
दोबारा करंट फैलने से बड़ा हुआ हादसा
हादसे वाली साइट पर रहने वाले केयर टेकर की करंट लगने से रात में ही मौत हो गई थी। जब परिजनों को इस बात की सूचना मिली तब वे साइट पर पहुंचे, उनके साथ कई ग्रामीण भी पहुंचे हुए थे। पुलिस भी मामले की जांच करने मौके पर मौजूद थी तभी साइट पर दोबारा करंट फैल गया जिसकी चपेट में इतने लोग आ गए। हादसे वाली जगह पर बिजली का तीसरा फेज डाउन हो गया था सुबह उसी तीसरे फेज को जोड़ते ही करंट फैल गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
सीएम ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख मुआवजे की घोषणा की
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चमोली की घटना पर जांच के आदेश के साथ ही मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए मुआवजा और घायलों को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। हादसे की जानकारी मिलते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से हादसे की और घायलों की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी ली।