देवरिया न्यूज़

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कानपुर में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी जिंदा जलीं, अधिकारियों पर गंभीर आरोप, लेखपाल-SDM सस्पेंड

देवरिया। कानपुर देहात के मैथा तहसील के अतंर्गत आने वाले चालहा गांव में अतिक्रमण हटाने के दौरान दर्दनाक घटना हुई है। कार्रवाई के दौरान संदिग्ध रूप से छप्पर जलने से मां-बेटी की मौत हो गई है। जबकि दोनों को बचाने में पति गंभीर रूप से झुलस गए। घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों पर इस एक्शन को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। परिजन और ग्रामीण अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इधर जिले की डीएम नेहा जैन का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें घटना के दिन बाद एक कार्यक्रम में वे डांस करती नजर आ रही हैं।
सरकार ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई है। प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा ‘अधिकारियों से बात की है, किसी भी दोषी को हम बख्शेंगे नहीं। प्रशासनिक अधिकारी हों या पुलिस के अधिकारी हों, कानपुर में झुग्गी झोपड़ी पर जाकर जिन लोगों ने ऐसा काम किया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जांच कमेटी की रिपोर्ट आज मिल जाएगी’। कानपुर आयुक्त डॉक्टर राजशेखर ने बताया कि घटना में एफआईआर दर्ज़ कर ली गई है। आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। लेखपाल और एसडीएम को निलंबित किया है। जोन के एडीजी आलोक सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जनसुनवाई में की गई थी अवैध कब्जे की शिकायत
सोमवार को डीएम नेहा जैन की जनसुनवाई में मड़ौली गांव के लोगों ने गांव के कृष्णगोपाल दीक्षित पर ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा करने की शिकायत की थी। शिकायत पर डीएम ने एसडीएम को मौके पर जाकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सोमवार की दोपहर SDM ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक सिंह,पुलिस और राजस्व की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे थे।

लोगों की भीड़ के बीच कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा
मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम कब्जा खाली करा रही थी। टीम ने कब्जा हटाने के लिए पहले कब्जाधारियों का नल तोड़ा फिर मंदिर गिराया। इस बीच घर के लोगों और कार्रवाई कर रही टीम के बीच काफी बहस और तनातनी होती रही। तभी विरोध करते हुए महिला और उसकी बेटी झोपड़ी के अंदर घुस गए और झोपड़ी में आग लग गई। बताया जा रहा है कि आग बुझाने के लिए जेसीबी से छत हटाई जाने लगी तभी जलती हुई छप्पर मां-बेटी पर गिर गई और दोनों बुरी तरह से झुलस गईं। मौके पर ही मां-बेटी की मौत हो गई।


मृतका के पति ने जबरन आग लगाने का आरोप लगाया
कृष्ण गोपाल दीक्षित, जिनकी पत्नी और बेटी की मौत हुई है, उन्होंने गांव के ही कुछ लोगों और प्रशासनिक अफसरों पर जबरन झोपड़ी में आग लगाने का आरोप लगाया है ।जबकी SDM का कहना है महिला ने खुद आग लगाई थी। झोपड़ी में आग किन परिस्थियों में लगी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।


गुस्साए ग्रामीणों ने किया हमला, टीम ने भागकर बचाई जान
हादसे की खबर गांव में फैलते ही गांव के लोग मौके पर पहुंच गए और प्रशासन की टीम पर पथराव करने लगे। स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल से बाहर हो गई थी। मौके पर तनाव बढ़ता देख प्रशासन की टीम को मौके से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।

समाजवादी पार्टी ने मुआवजे की मांग की
घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा- “भाजपा ने बुलडोजर को अपनी गैरकानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है। कानपुर देहात में SDM और लेखापाल से किया ध्वस्त, आग लगाने के कारण मां की बेटी जिंदा जलकर हुई मौत। इस दिल दहला देने वाली बालदात से पूरा प्रदेश स्तब्ध है। दोषियों को मिले सख्त सजा”।

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