देवरिया। स्वतंत्र भारत के पहले और सबसे बुजुर्ग मतदाता श्याम सरन नेगी का निधन हो गया। उन्होंने अपने गांव कल्पा में शनिवार की सुबह आखिरी सांस ली। श्याम सरन नेगी 106 साल के थे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीते 2 नवंबर को ही उन्होंने अपना आखिरी मतदान किया था। राजकीय सम्मान के साथ नेगी का अंतिम संस्कार किया गया।
सीएम धामी ने जताया शोक
श्यान सरन नेगी के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शोक जताया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी उनके निधन पर दु:ख जताया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया ‘स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता हिमाचल प्रदेश के श्याम सरन नेगी जी का निधन दुःखद है। देश के पहले चुनाव से लेकर अब तक सभी चुनावों में मतदान करने वाले नेगी जी की लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता हम सभी के लिए प्रेरणा है।ईश्वर पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।’
2 नवंबर को डाला था अपना आखिरी वोट
नेगी हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रहते थे। बीते 2 नवंबर को हुए मतदान में ही उन्होंने अपना आखिरी वोट डाला था। कल्पा में अपने घर पर उन्होंने डाक मतपत्र के माध्यम से 14वीं विधानसभा ते लिए 34वीं बार मताधिकार का प्रयोग किया था। शनिवार अचानक तबीयत बिगड़ने से रिजल्ट आने से पहले ही उनका देहांत हो गया।
पोस्टल मतदान करने से किया था इंकार
मतदान से पहले उनकी उम्र को देखते हुए मतदान अधिकारियों ने पोस्टल वोट के लिए 12 D फॉर्म की व्यवस्था की थी लेकिन उन्होंने 12 D फॉर्म लौटकर कहा था कि वो मतदान केंद्र आ कर ही अपना मतदान करेंगे।इसके बाद से ही वो चर्चा में आए थे। लेकिन बाद में तबियत के चलते मतदान अधिकारियों ने उनके कल्पा के घर में जा कर पोस्टल मतदान कराया।
श्याम सरन नेगी 23 अक्टूबर 1953 को मतदान करके स्वतंत्र भारत में वोट डालने वाले पहले मतदाता बने थे।
