देवरिया। गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। निर्वाचन आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तारीखों की घोषणा की है। गुजरात में चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। प्रथम चरण का मतदान 1 दिसंबर और दूसरे चरण के लिए वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने गुजरात विधानसभा चुनाव से जुड़ी अहम जानकारियां दी हैं-
• गुजरात विधानसभा चुनाव में 3,24,422 नए मतदाता इस बार पहली बार मतदान करेंगे।
• कुल मतदान केंद्रों की संख्या 51,782 है।
• मतदान स्थलों में से कम से कम 50% मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी।
• दिव्यांगों के लिए 183 पोलिंग स्टेशन्स होंगे।
• महिलाओं के लिए 1274 विशेष मतदान केंद्र, कुल 4.9 करोड़ मतदाता वोटिंग करेंगे।
• पूरे राज्य में 51782 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इस बार 3 लाख 24 हाजर 420 नए मतदाता जोड़े गए हैं।
• 1417 ट्रांसजेंडर मतदाता भी वोट डालेंगे।
• 33 पोलिंग बूथ का प्रबंधन सबसे कम उम्र के मतदानकर्मियों द्वारा किया जाएगा।
हिमाचल और गुजरात में एक ही दिन गिनती
हिमाचल प्रदेश में जहां एक ही चरण में 12 नवंबर को चुनाव होंगे वहीं मतगणना की तारीख एक महीने बाद 8 दिसंबर को तय की गई है। गुजरात चुनाव के लिए भी वोटों की गिनती 8 दिसंबर को ही की जाएगी। 2017 विधानसभा चुनाव में भी इन दोनों राज्यों में मतदान अलग-अलग तारीख को हुए थे लेकिन मतगणना एक ही दिन 18 दिसंबर 2017 को कराई गई थी।
आरोपों पर चुनाव आयोग का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे की वजह से चुनाव तारीख के ऐलान में देरी को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर भी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मोरबी में हुए दर्दनाक हादसे और राजकीय शोक की वजह से तारीख की घोषणा में देरी हुई है।
सवाल उठाने वालों को दिया जवाब
कांग्रेस ने भी ट्वीट करके चुनाव आयोग पर तंज किया है। जिस पर चुनाव आयोग ने कहा कि हमारे शब्दों से ज्यादा एक्शन और आउटकम बोलते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव से पहले जो पार्टी या प्रत्याशी किसी कारण से इलेक्शन कमीशन पर सवाल उठाते हैं, नतीजे आने के बाद उन्हें लगता है कि सवाल नहीं उठाना चाहिए। परिणाम उनके पक्ष में आते हैं और वे हैरान होते हैं। चुनाव शुरू होने से पहले लंबी-लंबी चिट्ठियां आती हैं कि ईवीएम मशीन खराब हैं इनको बदल दीजिए फिर वही ईवीएम उन्हें जीत दिला देती है। इसके बाद वो प्रश्न बंद हो जाते हैं, रिजल्ट एक्सेप्ट हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग देश की गौरवशाली विरासत है।