देवरिया। 54 साल बाद 3 जून को आकाश में एक दुर्लभ खगोलीय घटना घटने वाली है। इस दिन बुद्ध, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेप्च्यून एक साथ एक कतार में दिखाई देने वाले हैं। खगोल शास्त्र में ऐसी घटना को ग्रहों की परेड कहा जाता है। इन ग्रहों के साथ उनके वलय और उनके चांद भी नजर आएंगे। इस तरह का खगोलीय संयोग पूरे 54 साल बाद देखने को मिलेगा।
1970 में दिखा था कुछ इसी तरह का नजारा
इसी तरह का दुर्लभ संयोग साल 1970 में देखने को मिला था। तब 4 ग्रह एक साथ एक लाइन में दिखाई दिए थे। वो चार ग्रह बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नैप्च्यून थे। सभी अपने वलय और चांद के साथ नजर आए थे। अब 2024 में एक बार फिर यही नजारा देखने को मिलेगा और इस बार यह संयोग 6 ग्रहों के साथ बनने वाला है। भारतीय ज्योतिष शास्त्रों में एक-एक ग्रह के स्थान का कोई ना कोई कारण और परिणाम होता है इस प्रकार इस खगोलिय संयोग से भी किसी बड़ी घटना के संकेत मिल सकते हैं।
सुबह-सुबह दिखेगा यह अद्भुत संयोग
कुदरत के इस अद्भुत संयोग को देखने के लिए आपको सुबह जल्दी उठना होगा। यह नजारा पहले प्रहर में ही नजर आएगा। खुली आंखों से सभी ग्रहों को देखना भी संभव नहीं हो पाएगा। खुली आंखों से केवल लाल रंग का मंगल और विशाल शनि ही नजर आएंगे। वहीं बुध और बृहस्पति कुछ अस्पष्ट से दिखाई देंगे और यूरेनस और नैप्च्यून को देखने के लिए दूरबीन या टेलिस्कोप की जरूरत होगी। दूरबीन या टेलिस्कोप होने पर ही आप इस सुंदर खगोलीय नजारे को अपनी आंखों में कैद कर सकते हैं।
28 अगस्त को फिर नजर आएगा ‘परेड ऑफ प्लैनेट्स’
आम बोलचाल की भाषा में कई ग्रहों का एक साथ नजर आना परेड ऑफ प्लैनेट्स भी कहा जाता है। ठीक इसी तरह की 6 ग्रहों की प्लैनेट परेड 28 अगस्त को भी देखने को मिलेगी, अगर किसी वजह से आप 3 जून को इस नजारे को देखने से चूक गए तो 28 अगस्त को फिर से इस नजारे को देखा जा सकता है। इसके बाद भी अगस्त 2024 से लेकर अगस्त 2025 तक परेड ऑफ पलैनेट्स 4 बार और होगी, लेकिन इसमें सिर्फ 3 या 4 ग्रह ही साथ आएंगे।