देवरिया : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया पांच मैच की सीरीज का पहला टी-20 मैच मेहमान टीम दक्षिण अफ्रीका के नाम रहा। ऋषभ पंत की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट पर 211 रन का स्कोर खड़ा किया जो कि अंत में डेविड मिलर और रॉसी वानडर डुसें की आतिशी बल्लेबाजी की वजह से छोटा साबित हुआ। दक्षिण अफ्रीका ने ये मुकाबला 5 गेंद और 7 विकेट शेष रहते अपने नाम कर लिया।
इस मैच में रनों दोनों पारियों में जमकर रन बने और चौकों छक्कों की जमकर बारिश हुई। दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने एक दूसरे के गेंदबाजों की धुनाई करते हुए वो रिकॉर्ड बना डाला जो इस मुकाबले से पहले अंतरराष्ट्रीय टी-20 के इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ था।
मैच में छक्कों की रही बराबरी
इस मैच में कुल 28 छक्के दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने जड़े। भारतीय खिलाड़ियों ने जहां 14 छक्के अपनी पारी में उड़ाए। वहीं जवाबी हमला करते हुए दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज भी 14 छक्के जड़ सके। ऐसे में एक मैच में छक्कों के दो रिकॉर्ड टूट गए।
पहली बार इंटरनेशन टी-20 की एक पारी में चार भारतीय बल्लेबाजों ने तीन या उससे ज्यादा छक्के जड़े। इस मैच में ईशान किशन (3), रुतुराज गायकवाड़(3), श्रेयस अय्यर(3) और हार्दिक पांड्या(3) ने तीन-तीन छक्के जड़े। वहीं कप्तान ऋषभ पंत केवल दो छक्के ही लगा सके।

दक्षिण अफ्रीका की तरफ से डेविड मिलर और रासी वानडर डुसें ने 5-5 और ड्वेन प्रीटोरियस ने 4 छक्के जड़े। इस तरह मैच में कुल 7 खिलाड़ियों ने तीन या उससे ज्यादा छक्के जड़े। ऐसा अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ.
इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका ने 19.1 ओवर में 211 रनों के लक्ष्य को हासिल कर भारत के खिलाफ टी-20 क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड दर्ज किया है। इससे पहले भी भारत के खिलाफ साउथ अफ्रीका ने 2015 में 200 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था। इससे पहले 2007 में इस टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 206 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था।