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Wrestler Protest: जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना जारी, SC ने दिल्ली पुलिस को जारी किया नोटिस

देवरिया । दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है। बीते दो दिनों से पहलवान जंतर-मंतर पर ही रात गुजार रहे हैं। पहलवानों का साफ कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता यहां से नहीं हटेंगे। इसी बीच मंगलवार को कई नेता उनके समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचे। जिसमें हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुलाकात कर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की। बता दें कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण पर पहलवानों की तरफ से यौन शोषण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।

वृंदा करात भी पहुंचीं जंतर-मंतरः प्रदर्शन में शामिल होने सीपीएम नेता वृंदा करात भी पहुंचीं। उन्होंने कहा कि पिछली बार जब मैं आई थी, एक फेमिसनिस्ट होने के नाते और महिला आंदोलन से दशकों से जुड़े होने के नाते। मैं यह समझती हूं कि ये मेरा दायित्व है। इतना बड़ा संघर्ष और इतनी बहादुरी के साथ हमारे देश के एथलीट्स यहां बैठे हैं। आज भी मैं दायित्व की एकजुटता प्रकट करने आई हूं। बहुत ही गंभीर बात है और हम उसकी सख्त निंदा करते हैं।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

वहीं, दूसरी तरफ महिला पहलवानों के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सात महिला पहलवानों की याचिका पर सुनवाई की। याचिका में महिला पहलनवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर केस दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस समेत अन्य को नोटिस जारी किया है।

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से पूछा कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के बावजूद अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। सीजेआई ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पहलवानों ने याचिका में यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इस मामले पर विचार किए जाने की जरूरत है। महिला पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अब 28 अप्रैल को सुनवाई करेगा।

पीठ ने कहा कि इसे (सुनवाई के लिए) शुक्रवार को सूचीबद्ध करें और शिकायतकर्ता पहलवानों की पहचान छिपाने के मकसद से न्यायिक रिकॉर्ड से उनके नाम हटाने का आदेश दिया। शीर्ष पहलवानों आरोप है कि उनका डब्ल्यूएफआई चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न करने के उनके आरोपों की उचित जांच के लिए दबाव बनाना जारी रखेंगे।

आईओए करेगा तदर्थ समिति का गठन
भारतीय ओलंपिक संघ ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की कार्यकारी समिति के गठन के 45 दिनों के भीतर चुनाव कराने और उसके दिन-प्रतिदिन के मामलों का प्रबंधन करने के लिए एक तदर्थ समिति का गठन करेगा। सात मई को भारतीय कुश्ती संघ के होने वाले चुनाव को फिलहाल रोक दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।

धरने पर क्यों बैठे पहलवान
पहलवानों का कहना है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों पर निगरानी समिति की जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए और बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज हो। इससे पहले जनवरी में पहलवान धरने पर बैठे थे और उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे जिन्हें बृजभूषण शरण सिंह ने निराधार बताया था। उस दौरान भी कुश्ती खिलाड़ियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था। अब एक बार फिर से बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट समेत कई पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। जंतर मंतर पर पहलवानों का आज तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी है।

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