देवरिया। जेन और अल्फा जनरेशन 2के बाद अब साल 2025 के साथ ही नई जनरेशनबीटा (Beta Generation) आ चुकी है। मिजोरम के आइजोल में 1 जनवरी 2025 को भारत के पहले “बीटा जेनरेशन” (Beta Generation) बेबी का जन्म हुआ। इस बेबी बॉय का जन्म 1 जनवरी को सुबह 12 बजकर 3 मिनट पर हुआ। यानी कि भारत में साल 2025 में जन्म लेने वाला यह पहला बच्चा है। बच्चे का जन्म एक सरकारी अस्पताल में हुआ। (Beta Generation) बीटा जनरेशनके इस बच्चे का नाम ‘फ्रैंकी रेमरुआतडिका जाडेंग’ रखा गया है।
क्या है Beta Generation ?
साल 2025 के बाद जन्म लेने वाली पीढ़ी (Beta Generation) “बीटा जेनरेशन” कहलाएगी। इन्हें बीटा जनरेशनइसलिए कहा जा रहा है क्योंकि ये पीढ़ी आज की अपेक्षा काफी आगे की टेक्नोलॉजी और आधुनिक युग में पलेगी। 2025 से 2039 तक जन्मे बच्चे इसी पीढ़ी के कहलाएंगे। ये बच्चे AI, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के युग में जिएंगे।(Beta Generation) इस जनरेशनके युग में कोई बड़ा सामाजिक और पर्यावरण में होने वाला बदलाव दिखेगा।
कैसे तय होता है जनरेशनका नाम?
किसी भी जनरेशनका नाम उसके इतिहास, उस दौरान घटने वाली बड़ी घटनाओं, अविष्कार और तकनीक पर दिया जाता है। किसी भी नए जनरेशनको आने में 15 से 20 साल का समय लगता है। यानी की एक जनरेशनसे दूसरे जनरेशनके बीच 15-20 साल का अंतर होता है। कहा जाता है किसी भी जनरेशनकी शुरुआत और अंत में कोई ना कोई बड़ी वैश्विक घटना जैसे युद्ध या कोई बड़ा तकनीकी बदलाव जरूर होता है।
आप किस जनरेशन में आते हैं?
क्या आप जानते हैं आपका जन्म किस जनरेशनमें हुआ है। तो आइए अपने बर्थ ईयर के अनुसार पता लगाइए कि आपका जन्म किस जनरेशनमें हुआ है।
1901 से 1927 के बीच जन्मे लोगों को ‘दी ग्रेटेस्ट जनेरेशन’ कहा गया।
1928-1945 के बीच जन्मी पीढ़ी दी साइलेंट जनेरेशन कहलाई।
1946-1964 में पैदा हुए लोग बेबी बूमर कहलाते हैं।
1965-1980 के बीच जन्मे लोग X जनरेशनके कहलाए।
1981- 1996 के बीच की पीढ़ी को Y जनेरेशन कहते हैं।
1997-2009 में जन्म लेने वाले बच्चे जनेरेशन Z कहलाते हैं।
2010 से 2024 के पीरियड में जन्मे बच्चों को अल्फा जनरेशनकहते हैं।