देवरिया। 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट पूरे रीति रिवाज के साथ खोल दिए गए हैं। अब से 6 महीने तक बाबा केदारनाथ भक्तों को यही पर दर्शन देंगे। कपाट खोलने से पहले केदारनाथ धाम को फूलों से सजाया गया था। इस मौके पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी के साथ ही हजारों की संख्या में भक्त भी मौजूद रहे। गंगोत्री और यमुनोत्री के बाद 2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए अब 4 मई को बद्रीनाथ दाम के कपाट भी खोल दिए जाएंगे।
108 क्विंटल फूलों से सजा दरबार
केदारनाथ थाम के कपाट हर साल अक्षय तृतीया के आसपास शुभ मुहुर्त निकाल कर खोले जाते हैं। वहीं दिवाली के बाद भाई दूज के दिन कपाट पूरे विधि विधान से बंद कर दिए जाते हैं। इस बार कपाट खोलने के लिए 2 मई का मुहुर्त निकाला गया था। इसके लिए कई दिनों पहले से ही तैयारियां शुरु कर दी गई थी। हर साल की तरह इस साल भी पूरे मंदिर परिसर को फूलों की चादर से ढंक दिया गया था। इस बार कुल 108 क्विंटल फूलों से सजावट कर बाबा केदारनाथ के स्वागत की तैयारी की गई थी।
श्रद्धालुओं पर कई गई पुष्प वर्षा
कपाट खुलते वक्त बाबा केदारनाथ थाम का नजारा देखते ही बन रहा था। फूलों से सजा बाबा केदारनाथ का धाम और उनके दर्शन को पहुंचे हजारों श्रद्दालु लगातार बाबा के जयकारे लगा रहे थे। पट खोलते वक्त ही धाम में करीब 15 हजार की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। इनमें आसपास के साथ ही देश के कोने-कोने से पहुंचे भक्त भी शामिल थे। पट खुलने का विधान पूरा होने के बाद वहां मौजूद भक्तों के ऊपर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।
सीएम पुष्कर धामी ने दी भंडारा सेवा
केदारनाथ धाम में पूरे 6 महीने भक्तों की भारी भीड़ रहती है लेकिन कपाट खुलने के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। मौके पर मौजूद सीएम पुष्कर धामी और उनकी पत्नी गीता धामी ने भंडारा सेवा दी। दोनों ने खुद अपने हाथों से भंडारा वितरण किया। सीएम धामी अपनी पत्नी के साथ कपाट खुलने की विधि के शुरु होन से लेकर अंतिम विधि तक आम लोगों के बीच केदारनाथ दाम में ही मौजूद रहे और अपनी सेवा दी।