देश के होटल इंडस्ट्री में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है. कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले उद्योगों में से होटल उद्योग भी एक था. अब जब हालात सामान्य हो रहे हैं तो होटल उद्योग में भी बूम आया है और इंडस्ट्री कोरोना संक्रमण के पहले वाली तेजी की ओर बढ़ रही है. लिहाजा शेयर मार्केट में भी इस सेक्टर के शेयरों में उछाल देखा जा रहा है और अगली तिमाही में और तेजी आने की उम्मीद की जा रही है.
एचवीएस एनारॉक के अनुसार, हालात में सुधार हो रहे हैं. मार्च 2020 के बाद यह पहली बार है, जब होटल इंडस्ट्री में ऑक्यूपैंसी 60 फीसदी से ज्यादा हुई है. इससे पहले ओमिक्रॉन के आहट के मद्देनजर जनवरी 2022 में ऑक्यूपैंसी 50 फीसदी रही फिर फरवरी में बढ़कर 55 फीसदी और मार्च में 61 फीसदी तक पहुंच गई. इसका असर शेयर बाजार में भी दिख रहा है. आईसीआईसीई सेक्योरिटीज आईएचसीएल (इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड) और एलटीएच (लेमन ट्री होटल्स) में खरीदारी की सलाह दे रही है. आईएचसीएल का टार्गेट प्राइस 292 रुपये, जबकि एलटीएच का 80 रुपये दिया गया है. अभी आईएचसीएल का शेयर 251 रुपये के आसपास है, जबकि एलटीएच इस समय 66 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है.

देश के लेजर होटलों में जहां तेजी देखी गई और वह कोरोना के पहले वाले हालात में पहुंचता दिखा, वहीं बिजनेस होटलों का कारोबार पिछड़ता रहा. हालांकि फिर से ट्रेवलिंग बढ़ी है, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी चल रही हैं. MICE सेगमेंट यानी मीटिंग, इनसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एक्जीबिशन के दोबारा शुरू होने के बाद इंडस्ट्री में तेजी देखी जा रही है. MICE सेगमेंट के साथ-साथ कोरोना में टली शादियों की हो रही तैयारी अगले तिमाही में होटल इंडस्ट्री के और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद की जा रही है.
होटल उद्योग में तेजी की वजह
देश में कोविड संक्रमण के मामलों में कमी
वर्क फ्रॉम होम की बजाय दफ्तरों में लोगों का काम के लिए पहुंचना
अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटों की नियमित उड़ान
कोरोना की वजह से टली शादियों का होना
इन सबके बावजूद अब भी अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में पहले जैसी तेजी नहीं आई है. जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण के मामले कम होंगे या फिर कहा जाए कि जब कोरोना महामारी का संकट पूरी दुनिया से खत्म हो जाएगा भारतीय होटल उद्योग में और तेजी आएगी.