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अमृतपाल सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर के लिए रखी तीन शर्तें, पंजाब पुलिस अलर्ट

देवरिया । खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे का प्रमुख भगोड़ा अमृतपाल सिंह की तलाश के लिए पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। वो हर बार पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 18 मार्च से फरार चल रहा अमृतपाल 29 मार्च को सरेंडर कर सकता है। बताया जा रहा है कि वह अमृतसर के श्रीअकाल तख्त साहिब में सरेंडर कर सकता है। अब खबर आ रही है कि उसने पुलिस के सामने सरेंडर के लिए तीन शर्तें रखी है।

अमृतपाल ने पुलिस के सामने रखी तीन शर्तें

अमृतपाल सिंह की पहली शर्त है कि सरेंडर के बाद पुलिस उसकी पिटाई न करे। उसने दूसरी शर्त पंजाब की जेल में रखने की बात कही है। इसके साथ ही उसकी तीसरी शर्त है कि इसे गिरफ्तारी नहीं, बल्कि सरेंडर बताया जाए।

पंजाब पुलिस को फिर दिया चकमा

अमृतपाल सिंह और उसके आका पपलप्रीत सिंह ने एक बार फिर होशियारपुर शहर के पास एक गांव में पंजाब पुलिस को चकमा दे दिया। एक अधिकारी ने बताया कि अमृतपाल सहित तीन लोगों के साथ एक वाहन को पुलिस ने मंगलवार रात एक नाके पर रोका, लेकिन वे अंधेरे में भागने में सफल रहे। पुलिस फगवाड़ा से कार का पीछा कर रही थी। बाद में कार फगवाड़ा-होशियारपुर मार्ग पर गुरुद्वारा भाई चंचल सिंह के पास लावारिस हालत में मिली। वे पैदल ही भागे।

सीसीटीवी फुटेज में बिना पगड़ी के दिखा अमृतपाल

इस बीच, अमृतपाल का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने प्रमुख सहयोगी पपलप्रीत सिंह के साथ दिख रहा है। वीडियो में अमृतपाल बिना पगड़ी के और मास्क पहने दिख रहा है। यह सीसीटीवी फुटेज दिल्ली के एक बाजार का बताया जा रहा है। इसमें अमृतपाल काला चश्मा पहने सड़क पर चलते दिख रहा है, जबकि पपलप्रीत सिंह एक बैग के साथ उसके पीछे चल रहा है। इस पर पंजाब पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

कौन है अमृतपाल सिंह

वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह का जन्म गांव जल्लूपुर खेड़ा, जिला अमृतसर में साल 1993 में हुआ था। वह 19 साल की उम्र में ही साल 2012 में काम करने के लिए पंजाब से दुबई चला गया। वह 10 साल यानी 2022 तक दुबई में ही रहा।

2022 में दुबई से भारत आया

अमृतपाल किसान आदोलन के दौरान दीप सिद्धू के साथ दिल्ली बॉर्डर पर आया था, वह अगस्त 2022 में दुबई से भारत आ गया। उसने दोबारा केश रखकर सितंबर 2022 में दस्तारबंदी की और मोगा के गांव रोडे में बड़ा कार्यक्रम किया और दीप सिद्धू की संस्था वारिस पंजाब दे का प्रमुख बन गया। उन्होंने पंजाब में धार्मिक यात्रा चलाई। वह खालिस्तान के नाम पर ग्रामीण युवाओं को जोड़ने लगा।

गिरफ्तारी का बैकग्राउंड

अमृतपाल सिंह का 15 फरवरी 2023 को फेसबुक पोस्ट को लेकर वरिंदर सिंह से झगड़ा हो गया और 16 फरवरी 2023 को अजनाला में एफआईआर दर्ज हो गई। अमृतपाल और उसके साथियों पर वरिंदर सिंह को अगवा कर टॉर्चर करने का आरोप लगा। 16 फरवरी को अमृतपाल ने अजनाला थाना घेरने का अल्टीमेटम दिया। 17 फरवरी को अमृतपाल का साथी लवप्रीत उर्फ तूफान को पुलिस ने गिरफतार कर लिया। इसके बाद अमृतपाल 19 फरवरी को मोगा में दीप सिद्धू के बरसी कार्यक्रम में पहुंचा और मंच से खालिस्तान की हिमायत की। देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के लिए अपशब्द कहे और 23 फरवरी को मारपीट केस में अजनाला थाना घेरने की कॉल दी। 24 फरवरी को पुलिस ने लवप्रीत तूफान को अमृतसर जेल से रिहा कराया, लवप्रीत के साथ अमृतपाल ने स्वर्ण मंदिर तक पंक्ति जुलूस निकाला।

अमृतपाल सिंह के खिलाफ अबतक 4 केस दर्ज

अमृतपाल सिंह के खिलाफ अबतक 4 केस दर्ज हो चुके हैं, जिसमें अजनाला में वरिंदर सिंह को अगवा कर मारपीट करने का आरोप, अमृतसर में 15 फरवरी को प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सीएम के खिलाफ हेट स्पीच, मोगा में 19 फरवरी को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के खिलाफ हेट स्पीच का आरोप, अजनाला में हिंसा और थाने पर कब्जे के लिए पुलिसवालों को जख्मी करने का केस शामिल हैं।

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